उज्जैन : मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में 12 वर्ष बाद 2028 में आयोजित होने वाला सिंहस्थ पूरी तरह से सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तकनीक पर आधारित होगा। यह पहली बार होगा जब किसी सिंहस्थ मेले में आधुनिक तकनीक का इतने बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाएगा।
राज्य सरकार ने सिंहस्थ की तैयारी शुरू कर दी है और इसके तहत आवश्यक कार्य, सुरक्षा, यातायात, साफ-सफाई और जन सुविधाओं को लेकर आइटी और एआइ आधारित सूचना तंत्र विकसित किया जाएगा। इस कार्य के लिए एक अलग आइटी परियोजना प्रबंधन इकाई (पीएमयू) का भी गठन किया जाएगा।
इसको लेकर नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से बताया गया कि सिंहस्थ की सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। वहीं, प्रदेश के महत्वपूर्ण विभागों के अस्थायी उप कार्यालय भी संचालित किए जाएंगे। सिंहस्थ के लिए आइएएस, आइपीएस और आइएफएस अधिकारियों सहित राज्य का स्टाफ तैनात किया जाएगा।
आइटी और एआइ के उपयोग के कुछ लाभ:
बेहतर सुरक्षा और निगरानी
यातायात प्रबंधन में सुधार
स्वच्छता और सफाई में वृद्धि
जन सुविधाओं तक आसान पहुंच
मेले का बेहतर प्रबंधन
सिंहस्थ के दौरान कुछ प्रमुख पहल:
ड्रोन द्वारा सुरक्षा निगरानी
प्रदेश के महत्वपूर्ण विभागों के अस्थायी उप कार्यालय
आइएएस, आइपीएस और आइएफएस अधिकारियों सहित राज्य कर्मियों की तैनाती
उज्जैन शहर में अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण
उज्जैन से हवाई सेवा शुरू करना
यह सिंहस्थ 2028 आधुनिक तकनीक और परंपरा का एक अनूठा मिश्रण होगा। यह निश्चित रूप से एक यादगार अनुभव होगा।