दवा बनाने वाली एक खास तरह का प्रयोग अंतरिक्ष में सफलता पूर्वक किया गया है। जी हां आपको बता दें अमेरिका की एक कंपनी ने अंतरिक्ष में एक कैल्सूल भेजा है, जिसमें एक दवा को धरती के नीचे वाली कक्षा में तैयार किया गया है। जिससे क्रिस्टलीकरण की इस प्रक्रिया को सही तरीके से किया जा सके। जानकरी के अनुसार आपको बता दें ये खास कैप्सूल को एचाईवी और हैपिटाइटिस सी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
अब सबके दिमाग में ये सवाल उठ रहा है कि ये दवा पृथ्वी पर तैयार हो ही रही थी तो इसे अंतरिक्ष में बनाने से क्या फायदा है। हाल ही में अमेरिकी स्टार्टअप वर्दा स्पेस इंडस्ट्रीज का एक कैप्सूल अंतरिक्ष से धरती पर लाया गया है। ये एक एंटीवायरल ड्रग के क्रिस्टल हैं, जो कि स्पेस में तैयार किए जाते हैं। इसके साथ ही अपने बयान में वर्दा ने कहा है कि डब्ल्यू 1 ( विनेबागो-1) अभियान में ये दवा को पुनः प्रवेश के बाद उटाह रेगिस्तान के उठाह टेस्ट एंड ट्रेनिंग रेंज में उतारा गया। ऐसे अब उसे लॉस एंजेलिस में पोस्ट मिशन विश्लेषण के लिए भेज दिया गया है।
दरअसल, इसमें ऐसे पदार्थ रखे हुए थे, जो रिटोनाविर नाम के दवा के क्रिस्टल बनाने के लिए काम आते हैं। ये दवा HIV और हैपिटाइटिस सी के इलाज में इस्तेमाल की जाएगी। ट्रासपोर्टर-8 की उड़ाने के एक हफ्ते के बाद स्टार्टअप वर्दा ने कहा था कि क्रिस्टल बनाने का उपयोग सही से काम कर रहा था।