हरदा : मध्य प्रदेश के हरदा में हुई पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए भूख हड़ताल शुरू हो गई है। 12 लोगों का एक समूह अवनी बंसल नामक एक अधिवक्ता के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहा है।
अवनी बंसल ने आरोप लगाया है कि शासन इस घटना को प्राकृतिक आपदा बताने का प्रयास कर रहा है, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि यह लापरवाही का परिणाम था और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए। अवनी बंसल ने कहा कि हरदा ब्लास्ट को लगभग 2 हफ्ते हो गए हैं। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए 12 लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
उन्होंने कहा इस मामले में अब तक किसी तरह का जवाब नहीं आ रहा है। उस फैक्ट्री में कितने कर्मचारी थे, कितने लोगों की मृत्यु हुई है, सरकार अब तक 13-14 आंकड़ों पर ही क्यों है ? इसे लेकर अब तक कोई फॉरेंसिक जांच क्यों नहीं की गई। प्रशासन का यह कहना है कि यह प्राकृतिक आपदा है। जिन्हें मुआवजा दिया गया है उन्हें अब तक केवल राहत राशि दी गई है। पीड़ितों को कब तक सहायता राशि दी जाएगी इसे लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
प्रदर्शनकारियों की मांगें:
मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा
घायलों का इलाज
घटना की जांच और जिम्मेदार लोगों को सजा
अवनी बंसल ने कहा कि ट्रांसफर करना सजा नहीं है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों को निलंबित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।