पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की घटना पर राजनीति गरमा गई है। भाजपा इस घटना को लेकर हमलावर है। बीते दिन ही स्मृति ईरानी ने ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होनें आरोप लगाते हुए कहा था कि टीएमसी के गुंडे लड़कियां उठा रहे है। इस मामले में आरोपी शाहजहां शेख की गिरफ्तारी को लेकर महिलाएं प्रदर्शन कर रहीं है।
पूरा मामला
बता दें संदेशखाली में हाल के दिनों में स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां के विरोध में बड़ी संख्या में महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया है। महिलाओं ने शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों पर जबरन अपनी जमीनें हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। संदेशखाली के दो ब्लॉकों की 16 पंचायतों में धारा 144 लागू कर दी गई है। सामान्य स्थिति बहाल होने तक उस क्षेत्र में इंटरनेट के इस्तेमाल पर भी अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है।
स्मृति ईरानी ने लगाए थे गंभीर आरोप
बीतें दिन स्मृति ईरानी ने ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि टीएमसी के गुंडे बेटियों को उठा ले जातें है। उन्होनें कहा था कि पीड़ितों की बात मैं आपलोगों को बता रही हूं। महिलाओं ने पत्रकारों से गुहार लगाई की उन्हें न्याय मिले। उन्होनें कहा कि महिलाओं ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के लोग उन्हें रात में उठा कर लेकर चले जाते थे।
संदेशखाली के घटना का मुख्य आरोपी
बता दे घटना का मुख्य आरोपी शेख शाहजहां को माना जा रहा है। वह ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के नेता हैं. पिछले महीने जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनके आवास पर छापेमारी के लिए पहुंची थी ,तो उनके समर्थकों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया था। इस घटना के लगभग एक महीने बाद दर्जनों महिलाओं ने मीडिया के सामने आकर शाहजहां शेख के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद से एक बार फिर यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
घटना पर राज्यपाल ने किया मुआयना
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने संदेशखालि में अशांत क्षेत्रों का दौरा किया और उत्पीड़न का दावा करने वाली महिलाओं को न्याय दिलाने का संकल्प जताया। वहीं विधानसभा में संदेशखाली का मुद्दा उठाने पर भारतीय जनता पार्टी के छह विधायकों को आज निलंबित कर दिया गया। संदेशखाली में लगातार पांचवें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा।