उत्तर प्रदेश में लेडी सिंघम के नाम से जाने जानी वाली डिप्टी एसपी श्रेष्ठा ठाकुर धोखाधड़ी का शिकार हो गयी है। जिसको लेकर श्रेष्ठा ठाकुर ने अपने पूर्व पति रोहित राज के खिलाफ गाजियाबाद के कौशांबी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। श्रेष्ठा ने अपनी शिकायत में कहा है कि रोहित राज ने खुद को आईआरएस अफसर बताया था। उसने अपनी तैनाती रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर बताई थी। 2018 में उन्होंने रोहित राज से शादी की। शादी के बाद जब उन्हें पति की सच्चाई पता चली तो पैरों तले जमीन खिसक गई।
आपको बता के श्रेष्ठा ठाकुर शामली में तैनात है। उन्होनें बताया मेट्रोमोनियल साइट के जरिये शादी कर धोखाधड़ी की शिकार हो गई हैं। जिसको लेकर उन्होनें अपने पूर्व पति रोहित राज के खिलाफ गाजियाबाद के कौशांबी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। दो साल बाद उन्होंने रोहित राज से तलाक ले लिया। लेकिन रोहित श्रेष्ठा ठाकुर के नाम पर लोगों से ठगी करने लगा। फिलहाल वह गाजियाबाद में रह रहा है।
दरअसल रोहित राज की तरफ से लगातार ठगी की वारदातें बढ़ती जा रही थीं। श्रेष्ठा ठाकुर के पास शिकायतें आने लगीं। परेशान होकर श्रेष्ठा ने पूर्व पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने श्रेष्ठा ठाकुर से भी लाखों रुपये ठगे हैं। शादी से पहले श्रेष्ठा के परिजनों ने रोहित राज के बारे में जानकारी जुटाई थी। उस समय इसी नाम का एक आईआरएस अफसर रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर तैनात था। श्रेष्ठा और परिवार वाले एक जैसे नाम के धोखे में आ गए थे।
एफआईआर में बताया गया है कि शादी के कुछ समय बाद ही श्रेष्ठा को अपने साथ हुए धोखे का पता चल गया था, लेकिन रिश्ता बचाए रखने के लिए वह चुप रहीं। लखनऊ में प्लॉट खरीदेन के लिए रोहत ने उनके बैंक अकाउंट से फर्जी तरीके से साइन कर 15 लाख रुपये निकाल लिए। परेशान होकर उन्होंने तलाक ले लिया। इसके बाद भी रोहत श्रेष्ठा के नाम पर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देता रहा।
बीजेपी नेता को सिखाया था सबक
गौरतलब है कि 2017 में श्रेष्ठा ठाकुर बुलंदशहर में डीएसपी पद पर तैनात थीं। इस दौरान ट्रैफिल रूल तोड़ने पर उन्होंने बीजेपी की जिला पंचायत सदस्य के पति प्रमोद लोधी के खिलाफ चालान किया था। चालान कटने से नाराज प्रमोद लोधी पुलिस से उलझ गया। हाथापाई की नौबत आ गई थी।