लोकसभा चुनाव के पहले विपक्ष का इंडिया गुट टूटता नजर आने लगा है। हाल में ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो कर सरकार बना लिए है। ऐसे में अब विपक्ष को एक और बड़ा झटका लग सकता है। बता दें आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी बीजेपी के संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने जयंत चौधरी के सामने कठिन शर्त रखी है. वहीं जयंत चौधरी ने 7 सीटों की मांग की है.
सूत्रों की माने तो अभी फॉर्मूला फाइनल नहीं हुआ है. जल्दी ही अगली मीटिंग होगी जिसमें विलय या गठबंधन पर फाइनल बातचीत होगी. जिसको लेकर वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री के साथ जयंत चौधरी की सोमवार देर रात मीटिंग हुई. बता दें इसी बीच, जयंत चौधरी ने अपना एक बड़ा कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं. 12 फरवरी को पिता अजीत चौधरी की जयंती पर छपरौली में होनी थी.
दरअसल पिछले माह समाजवादी पार्टी और आरएलडी के बीच गठबंधन था. समझौते के मुताबिक, सपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 7 लोकसभा सीटें आरएलडी को देने का वादा किया था. इतना ही नहीं, अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में कहा था ‘राष्ट्रीय लोक दल और सपा के गठबंधन की सभी को बधाई. जीत के लिए सभी एकजुट हो जाएं, वहीं अब इसके बाद सूत्रों के मुताबिक, सपा-आरएलडी गठबंधन टूट सकता है.
अगर जयंत चौधरी, बीजेपी के साथ गठबंधन करते हैं तो इंडिया गठबंधन के साथ-साथ अखिलेश यादव को बहुत बड़ा झटका लगेगा. आरएलडी और सपा ने पिछले कई चुनाव साथ लड़े हैं. इतना ही नहीं, जयंत चौधरी को सपा ने ही राज्यसभा भेजा था. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने आरएलडी को चार लोकसभा सीटें बागपत, कैराना, मथुरा और अमरोहा ऑफर की हैं.