किसान बिल को लेकर हुए आंदोलन के बाद एक बार फिर से किसान दिल्ली के ओर कूच करने लगें है। जानकारी के मुताबिक किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (msp) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित कई अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली तक मार्च करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार 200 से अधिक किसान संगठन दिल्ली चलों आंदोलन मार्च में भाग लेंगे।
बता दें संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मिडिया से बात की । इस दौरान उन्होनें कहा कि जब किसानों ने अब निरस्त किये जा चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, तब केंद्र ने एमएसपी को कानूनी गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन कॉरपोरेट क्षेत्र के दबाव के कारण सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मार्च की तैयारियां चल रही हैं और किसान कई जगहों पर ट्रैक्टर रैलियां निकाल रहे हैं।
किसानों के अनुसार मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव ने मार्च को लेकर दावा किया कि एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने,पुलिस मामलों को वापस लेने और सहित कई मुदृदों को लेकर दिल्ली की ओर मार्च निकाल रहें है।
गौरतलब है कि भारत में किसानों का विरोध अगस्त 2020 में तीन कृषि बिलों को पहली बार सामने रखे जाने के बाद शुरू हुआ था इसके बाद किसानों ने इस बिल के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन शुरु किया और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की ;भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 12 जनवरी 2021 को तीन कृषि कानूनों के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी .बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून को वापस लेने की घोषणा कर दी थी ।