वर्ष 2047 में भारत के अमृत काल का उत्सव मनाने से पहले देश को सिकल सेल एनीमिया मुक्त बनाना है : राज्यपाल

Deepak Meena
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इंदौर : सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी बीमारी है, जो समाज के जनजातीय समुदायों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस बीमारी को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया मुक्ति मिशन की शुरुआत की है, साथ ही देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं।

हमें भी इन प्रयासों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर इन रोगों को फैलने से रोकना है। “यह बात आज राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने इंदौर के शेरेटन ग्रैंड होटल में रोटरी क्लब द्वारा आयोजित आनंद उत्सव में कही”। राज्यपाल मंगुभाई पटेल आज अपने इंदौर प्रवास के दौरान उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि यह बीमारी आमतौर पर जनजातीय समुदाय में पाई जाती है। चूंकि इस रोग का प्रसार प्रकृति में आनुवंशिक है, इसलिए आवश्यक है कि विवाह से पूर्व सिकल सेल जेनेटिक स्टेटस कार्ड का मिलान किया जाए, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह बीमारी अगली पीढ़ी में स्थानांतरित न होने पाए।

उन्होंने रोटरी क्लब के सदस्यों से अनुग्रह किया कि वह अपने आसपास के क्षेत्र जहां जनजातीय समुदाय के लोग निवास करते हैं उनके बीच जाकर इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाएं और इससे किस प्रकार बचाव किया जा सकता है यह भी उन्हें समझाएं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी को 2047 तक खत्म करने के लिए हर किसी को प्रयास करना होगा।

इस बीमारी का असर केवल रोगी पर नहीं, बल्कि पूरे परिवार पर पड़ता है और इस तरह यह पूरे समाज को भी प्रभावित करती है। हम सभी के एकीकृत प्रयासों से ही इसे समाप्त किया जा सकता है। सतत विकास समय की मांग है और इस मांग के अनुरूप हम सभी को अपना योगदान सुनिश्चित करना है। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि पैसा होने से कुछ नहीं होता सेवा की भावना, दया और करुणा से भरा हुआ मन ही देश को बदलने की शक्ति रखता है। यह भाव रोटरी क्लब के सदस्यों में सदैव ही देखने को मिला है और आगे भी इसका प्रभाव हम समाज पर देखेंगे। कार्यक्रम में आध्यात्मिक गुरु ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी, रोटरी इंटरनेशनल क्लब के सभी सदस्यगण उपस्थित रहे।