इंदौर : इंदौर के कलेक्टर कार्यालय में हर मंगलवार को लोग जिले के कोने-कोने से अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आशा के साथ आते हैं। इन सभी जन समस्याओं का कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा धैर्य और संवेदनशीलता के साथ सुनकर उनका निस्तारण किया जाता है। इसी क्रम में इस मंगलवार जनसुनवाई में जिले की तीन अनाथ बेटियां स्वाति, गौरी और छमा परमार कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के समक्ष सहायता की उम्मीद से आई।
उन्होंने बताया कि वे अनाथ आश्रम में रहती है और कॉलेज में छोटी सी जॉब करती है साथ ही वे तीनों अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रहीं है। रोजगार और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाने के लिए उन्हें आवागमन में दिक्कत आ रही है जिसके लिए उन्हें स्कूटी की आवश्यकता है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने उनकी समस्या को समझा और रेडक्रॉस के माध्यम से तीनों बालिकाओं को स्कूटी प्रदान करने के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में कलेक्टर डॉ.इलैयाराजा टी ने तत्कालिक जरूरतों की पूर्ति के लिये ज्योति प्रजापत को 30 हजार रूपये, दया मेहरा को 10 हजार रूपये, वंदना इंगले को सिलाई मशीन हेतु 10 हजार रूपये, रवि यादव, वंदना कश्यप तथा अंजलि रावत को 5-5 हजार रूपये, ज्योति कौशल तथा अर्पिता को 3-3 हजार रूपये तथा अन्य को रेडक्रॉस से मदद स्वीकृत की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वृद्ध एवं विधवा महिलाओं की स्थिति को गंभीरता से समझा जाए। उनकी समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुनकर योजना अनुरूप लाभ प्रदान किया जाए।
जनसुनवाई में रोजगार, शिक्षा और अन्य दैनिक कार्यों में मदद के लिये 17 दिव्यांगों को रेट्रोफिटिंग स्कूटी स्वीकृत की। कलेक्टर डॉ.इलैयाराजा टी ने जनसुनवाई में आये अन्य जरूरतमंदों की समस्याओं को सुनकर उन्हें आवश्यकता के अनुरूप मदद दी। कलेक्टर ने गांधीनगर निवासी उषा पति दुर्गेश चौहान की शिकायत पर तहसीलदार, नगर निगम एवं टीआई की टीम को उनके आवास पर हुए कब्जे की शिकायत की जांच कर, शिकायत सही पाए जाने पर कब्जा हटवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि दिव्यांगजनों हेतु रोजगार मेला आयोजित करने के विषय पर भी कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि कईं दिव्यांगजन रोजगार की उम्मीद से जनसुनवाई में आते हैं उनकी इस समस्या के निराकरण के लिए रोजगार मेले का आयोजन भी किया जाएगा।