देशभर में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. इसका सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है. राज्य सरकार की नई गाइडलाइन को लोग सख्त बता रहे हैं. लेकिन वह ज़रूरी भी है. पिछले एक सप्ताह से उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों की बुकिंग लगातार खेद बता रही है. लॉकडाउन जैसी स्थिति, प्रदेश में पंचायत स्तर के चुनाव और छुट्टियों या शादियों का सीजन ट्रेनों में भीड़ बढ़ा रहा है.
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार के मुताबिक, केवल आरक्षित टिकट वालों को ही स्टेशन परिसर में आने और ट्रेनों में यात्रा की अनुमति दी जा रही है. जानकारी के अनुसार, पहले जो लोग सामान्य श्रेणी से यात्रा करते थे, अब उन्हें सेकंड सिटिंग श्रेणी में सीमित टिकट दी जारी है. इसके अलावा प्लेटफॉर्म पर भीड़ न हों, इसके लिए प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत भी बढ़ा कर 50 रुपये कर दी गई है.
बता दें कि बीते 15 दिनों से रेलवे की ओर से भेद काम करने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही है. लेकिन जितनी ट्रेनें पहले चल रही थी उसके मुकाबले अब आधी ट्रेनें चलाई जा रहा है. वहीं दूसरी ओर राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए और लॉकडाउन की बनती स्थिति को देखते हुए वसई इंडस्ट्रियल एरिया में काम करने वाले मजदूर अब अपने-अपने गांव की ओर जाने लगे हैं. मजदूरों में डर पैदा हो गया है कि कहीं 2020 जैसे हालात न हो जाएं, इसलिए गांव जाकर सुरक्षित रहेंगे