मध्यप्रदेश: कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा और चरण सिंह सपरा ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर एक गंभीर आरोप लगाया है, जिसमें उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्युत बिलों के साथ बड़ी धोखाधड़ी की है। गंभीर मुद्दों पर मीडिया का ध्यान खींचते हुए अलका लांबा ने कहा की मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुंदेलखंड के नौगांव में जनता से यह कहा कि वह बिजली के बिलों की जांच करेंगे और गरीबों के कनेक्शनों के बिल छोड़ देंगे, फिर बढ़े हुए बिलों की राशि का लेन-देन करेंगे समीक्षा करके बढ़े हुए बिल मैं भरूंगा अर्थात शिवराज सरकार भरेगी।
शिवराज सरकार पर कई खुलासे
इसके बाद, शिवराज सरकार ने एक बिल जारी किया, जिसमें 1 सितंबर 2023 को गरीब उपभोक्ताओं के बिजली बिलों की राशि को स्थगित करने का निर्णय था। इससे गरीब परिवारों को कोई लाभ नहीं मिला और उनके बिलों में कोई कमी नहीं आई। शिवराज सरकार द्वारा एक फूटी कौड़ी का बिल माफ नहीं किया और एक उपभोक्ता का एक पैसे का बिल माफ नहीं हुआ।
विद्युत वितरण कंपनियों की चालाकी
इसके बाद, मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों ने चौकाने वाला कदम उठाया। बिजली के बिलों की राशि में 2 किलोवॉट तक की वृद्धि कर दी, जिससे गरीब उपभोक्ताओं के लिए बिल में और ज्यादा वृद्धि हो गई। इससे लगभग 18-20 लाख उपभोक्ता प्रभावित हुए, जिनमें से बहुत सारे गरीब परिवार शामिल थे।
विद्युत प्रदाय संहिता 2021 के खिलाफी कदम
यहां तक कि इस कदम के खिलाफ विद्युत प्रदाय संहिता 2021 के खिलाफ है, जिसमें उपभोक्ता द्वारा निर्धारित प्रारूप में आवेदन देने की प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया। इसके बावजूद, बिल माफ की जगह, उपभोक्ताओं के बिलों में और वृद्धि की गई।
धोखे का एक और पहलू
अब, बिजली विभाग ने प्रति किलोवॉट पर 150 यूनिट बिजली की खपत का आकलन किया है, जिससे गरीब उपभोक्ताओं की आकलित खपत 300 यूनिट हो जाएगी। इससे स्पष्ट होता है कि शिवराज सिंह चौहान की घोषणाओं की बुनाई में धोखाधड़ी और बेईमानी का रंग है।
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की इंदिरा गृह ज्योति योजना के बारे में दिया था बयान
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में एक घोषणा की थी, जिसमें उन्होंने गरीबों के बिजली बिलों की वृद्धि को रोकने का आलंब लिया था। उन्होंने इस घोषणा में कांग्रेस सरकार की पिछली इंदिरा गृह ज्योति योजना को विशेष ध्यान में रखा और उसकी अहम विशेषताओं को जानकारों के सामने रखा था। शिवराज ने कहा था की कांग्रेस सरकार में 01 करोड़ 15 लाख बिजली उपभोक्ताओं में से 01 करोड़ 02 हजार उपभोक्ता जो 150 यूनिट तक बिजली खपत करते थे, इस योजना के दायरे में आ गये थे तथा 87 लाख उपभोक्ताओं के बिजली का बिल 100 रूपये से कम आता था।
वही कांग्रेस की तरफ से इस प्रेस वार्ता में शिवराज सरकार को लेकर कई अहम् सवाल पूछे गए। जिसमे महँगी बिजली को लेकर सवाल उठाए गए
इस मुख्य प्रेसवार्ता में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा , शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा , कार्यवाहक अध्यक्ष गोलू अग्निहोत्री , सच सलूजा ,प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ,अमीनुल खान सूरी ,संभागीय प्रवक्ता अमित चौरसिया , विवेक खंडेलवाल ,अनूप शुक्ला ,आनंद जैन कासलीवाल आदि उपस्थित थे।