नई दिल्ली, 17 अक्टूबर 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ISRO के वैज्ञानिकों के साथ मुलाकात की, जिसमें भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन ‘गगनयान’ की तैयारियों पर विस्तार समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बताया कि ‘गगनयान’ मिशन, भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान, की योजना है कि इसका पहला मैड फ्लाइट 2025 में आयोजित किया जाए। इस मूल मीटिंग में, प्रधानमंत्री ने ISRO के वैज्ञानिकों से 2035 तक एक स्वयंसेवक स्थिति निर्मित करने, और 2040 तक चंद्रमा पर मानव भेजने की योजना के साथ काम करने की सलाह दी।
‘गगनयान’ मिशन के क्रू एस्केप सिस्टम का पूर्वानुमानित परीक्षण
‘गगनयान’ मिशन के क्रू एस्केप सिस्टम का पूर्वानुमानित परीक्षण 21 अक्टूबर को 7 से 9 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा। यह परीक्षण मिशन के दौरान अगर किसी भी समस्या का सामना करना पड़े, तो एस्ट्रोनॉट को पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाने के लिए क्रू एस्केप सिस्टम की कार्यक्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा।
‘गगनयान’ मिशन का पूरा प्रारूप
जानकारी के अनुसार श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ‘गगनयान’ मिशन के टेस्ट व्हीकल, अबॉर्ट मिशन-1 (TV-D1), लॉन्च किया जाएगा। इस फ्लाइट में तीन हिस्से होंगे – अबॉर्ट मिशन के लिए बनाया गया एक स्टेज लिक्विड रॉकेट, क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम।
मिशन का भविष्य
आने वाले साल की शुरुआत में ‘गगनयान’ मिशन का पहला अनमैंड मिशन आयोजित किया जा सकता है, जिसमें किसी भी मानव को स्पेस में नहीं भेजा जाएगा। इसके पश्चात्, मैन्ड मिशन आयोजित किया जा सकता है, जिसमें इंसान स्पेस में जाएंगे।