मध्य प्रदेश में परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। राज्य सरकार बहुत जल्द एक नई सरकारी बस सेवा की शुरुआत करने वाली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस सेवा के संचालन की योजना तैयार कर ली है।
इस फैसले से आम जनता को राहत मिलने वाली है, लेकिन निजी बस ऑपरेटरों के बीच बेचैनी बढ़ गई है। इनमें से एक प्रमुख नाम है विधायक गोलू शुक्ला का भी हैं, जिनकी ‘बाणेश्वरी बस सेवा’ इंदौर और उज्जैन के बीच लंबे समय से एकतरफा दबदबा बनाए हुए है।

सीएम ने कहा : गोलू भैय्या अब ऑपरेटर बन जाओ
दशहरा मैदान में आयोजित रोजगार मेले के दौरान मंच से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने गोलू शुक्ला पर तंज कसा और उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा – “गोलू भैय्या, अब ऑपरेटर बन जाओ। हम राज्य परिवहन निगम शुरू करने जा रहे हैं। राज्य परिवहन सेवा भी जल्द शुरू होगी। यह सिर्फ सरकार नहीं चलाएगी, हम परमिट जारी करेंगे। जिनके पास अच्छी क्षमता और संसाधन हैं, वे ऑपरेटर बनकर रूट का चयन करेंगे।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस योजना से गांव-गांव तक परिवहन की सुविधा पहुंचेगी और आम जनता को बेहतर सेवा मिलेगी। उन्होंने गोलू को भरोसा दिलाते हुए कहा- “आप घबराइए मत, बेहतरीन व्यवस्था बनेगी। आप भी इससे जुड़ सकते हैं। अच्छी गाड़ी चलाइए, सेवा दीजिए और खुद भी तरक्की पाइए।”
अब नहीं चलेगी मनमानी
सीएम मोहन यादव ने रविवार को इस योजना की घोषणा करते हुए निजी ऑपरेटरों की लापरवाही और लूटखसोट पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “एक-एक बस में सौ-सौ लोग ठूंसे जाते थे, और यात्रियों से मनमानी वसूली की जाती थी। यह अब नहीं चलेगा। हम यह नई व्यवस्था आम जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिए ला रहे हैं, और इसे एक युक्तियुक्त तरीके से चलाया जाएगा।”
मुख्यमंत्री के इस फैसले से सबसे अधिक असहज नजर आए विधायक गोलू शुक्ला, जिनका परिवहन कारोबार ‘बाणेश्वरी बस सेवा’ इंदौर-उज्जैन मार्ग पर पूरी तरह हावी है। सरकार की नई बस सेवा से उनके व्यापार पर सीधा असर पड़ने वाला है। सूत्रों के मुताबिक, शुक्ला ने इस विषय पर निजी तौर पर मुख्यमंत्री से बातचीत भी की थी, लेकिन सीएम ने इसे आम जनता की जरूरत बताते हुए उनकी मांगों को खारिज कर दिया।
‘बाणेश्वरी’ बसों का हैं पहले से विवादित रिकॉर्ड
बाणेश्वरी बस सेवा का नाम केवल एकाधिकार के लिए ही नहीं, बल्कि लापरवाह और तेज रफ्तार ड्राइविंग के लिए भी जाना जाता है। इन बसों की वजह से कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें लोगों की जानें भी गई हैं। आरोप है कि न सिर्फ बसें बल्कि इनके परिवार के अन्य सदस्य भी ‘बाणेश्वरी’ लिखे वाहनों से तेज गति में यात्रा करते हैं। कुछ वाहनों पर हूटर तक लगे होते हैं, जिससे ये वीआईपी अंदाज़ में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करते हैं।