आज बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक तरफ़ा पहचान और लोगों के दिलो में अपनी जगह बना ली है, जब कोरोना महामारी से देश के लोग लड़ रहे थे उस समय जरूरतमंद लोगो की मदद के लिए आगे आने वाले व्यक्ति सोनू ही थे, सोनू के इस दुःख की घड़ी में लोगों की मदद करने वाले रूप को लेकर उन्हें रियल लाइफ हीरो का टैग मिला है।
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से ही सोनू ने न जाने कितने लोगो क मदद की है और अभी कर रहे है, देश के किसी भी कोने से जब सोनू से मदद मांगी जाती है तो सबसे पहले उस व्यक्ति की मदद हेतु सोनू आगे आते है। सोनू के इस काम से आज देश में उनकी एक अलग ही पहचान बन चुकी है। इस बार एक्टर सोनू ने बेटियों की मदद के लिए अपना क़दम आगे बढ़ाया है। कोरोना के कारण स्कूल की छात्राएं ऑनलाइन क्लास में आ रही दिक़्क़तों को लेकर सोनू से अपील की है जिसके बाद इस समस्या के समाधान के लिए सोनू ने सुलझाते हुए न सिर्फ मदद का भरोसा दिया है बल्कि यह भी संदेश दिया है कि पढ़ी लिखी बेटी ही देश का भविष्य संवार सकती है।
पिछले साल से कोरोना महामारी के कारण सभी शिक्षण संसथान बंद पड़े हुए है जिससे बच्चो के भविष्य को लेकर काफी चिंताजनक स्थिति उत्पन्न हो चुके है, हलाकि ऑनलाइन क्लासेस एक बेहतर विकल्प साबित हो रहा है लेकिन इस दौर में भी कई जगह ऐसे ही जहां लोगो के पास स्मार्टफ़ोन्स नहीं है, और ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्क़ते लड़कियों सामने खड़ी है, इसके लिए छात्राओं ने सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई है।
इस बार सोनू सूद से उत्तर प्रदेश से एक स्वयंसेवी संस्था ने ऑनलाइन क्लास के लिए स्कूली छात्राओं को मोबाइल देने की मांग की है, इस NGO का नाम ”वात्सल्य” है जिसने सोनू सूद को पत्र लिखा है- ”300 बच्चियों का भविष्य अब आपके हाथ में है सर, पूरे लॉकडाउन में मोबाइल फोन्स न होने के कारण ये बच्चियां पढ़ाई नहीं कर पाई, साथ ही आपके सहारे से यूपी के इस गांव के 300 परिवारों का भविष्य बदल सकता है, प्लीज हेल्प”
वातसल्य नाम के इस NGO ने सोनू सूद को लिखी पत्र में पढ़ाई करती छात्राओं की फोटोज भी शेयर की गई है। UP से NGO की सी गुहार के लिए सोनू ने अपना फैसला सुनाते हुए सोशल मिडिया में ट्वीट किया है-“300 परिवारों की इन बच्चियों की ऑनलाइन क्लास अब से मिस नहीं होगी, इनके मोबाइल इस सप्ताह पहुंच जाएंगे।”