इंदौर। विधानसभा चुनाव में अभी भाजपा और कांग्रेस में बैठकों का दौर चल रहा है। ये बैठके प्रत्याशियों के चयन को लेकर चल रही है। बुधवार को नई दिल्ली में कमलनाथ के आवास पर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। वहीं दूसरी और शाम को दिल्ली में ही भाजपा हेडक्वार्टर पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठके में प्रत्याशियों के नामों पर मंथन हुआ। भाजपा अपने 39 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान पहली सूची में कर चुकी है, लेकिन कांग्रेस अभी पहली सूची जारी नहीं कर पा रही है, क्योंकि वह यह तय नहीं कर पा रही है की जो भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए है उन्हें कैसे मनाए। अगर उन्हें टिकिट दिया तो जो पार्टी का नेता और प्रबल दावेदार है वो नाराज हो जाएंगा। इसी कारण कांग्रेस बहुत सोच समझकर , विचार मंथन कर रहा है ताकि कोई नाराज न हो।
अपना नाम देखने के लिए हर दावेदार को है पहली सूची का इंतजार
विधानसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस को अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रही है । प्रदेश के बड़े नेता भोपाल से लेकर दिल्ली तक भागा दौड़ी कर रहे है। पार्टी के दिग्गज नेताओं के बीच रोज बैठकों का दौर चल रहा है। इसके बावजूद भी नाम तय नहीं हो पा रहे हैं। वैसे तो इसके कई कारण है लेकिन मुख्य वजह यह है की पिछले तीन माह के दौरान भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं को कैेसे एडजेस्ट करें।
कांग्रेस के नेता व दावेदार पहली सूची का इंतजार कर रहे हैं।
हर बैठक में रखी जा रही है चार तरह की सूची
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने जानकारी देते हुए बताया की प्रत्याशियों के चयन को लेकर उनकी परफॉर्मेंस रिपोर्ट देखी जा रही है। अभी तक कई बैठकें हो चुकी है और हर बैठक में चार तरह की सूची सामने रखकर चर्चा हो रही है
जैसे –
पूरे पांच साल क्षेत्र में सक्रिय रहे जनता से संपर्क में रहे ऐसे प्रमुख दावेदारो की सूची
सिंगल नाम वाले प्रबल दावेदारो व जीते – हारे विधायको की सूची
युवा, योग्य और अनुभवी नेताओं की सूची
भाजपा छोड़कर कांग्रेस में में शामिल हुए पूर्व विधायको व वरिष्ठ नेताओं की सूची शामिल है। इस चार प्रमुख सूची को फाइनल करने में ही कांग्रेस की पहली सूची नहीं बन पा रही है। यह बताना मुश्किल है की पहली सूची में कितने नाम होंगे।
कांग्रेस में शामिल हुए ये दिग्गज नेता टिकट के आस में
वरिष्ठ नेता ने बताया की पिछले तीन माह में 25 से भी ज्यादा नेता कांग्रेस में शामिल हुए है, इसमें भाजपा के कई पूर्व विधायक भी शामिल है। अब देखना है की पहली सूची में कांग्रेस में शामिल होने वाले कितने नेताओं को शामिल किया जाता है। चुनाव समिति के पास कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं की जो सूची है उनमें दीपक जोशी, भंवर सिंह शेखावत, वैजनाथ सिंह यादव माखन सोलंकी, समंदर सिंह पटेल, वीरेन्द्र रघुवंशी , रोशनी यादव , अवधेश नायक, शंकर महतो, दीपक सारण, नीतू परमार , राधेलाल बघेल आदि नाम शामिल है। ये सभी टिकट की आस लगाए बैठे है।
आज भोपाल में तय होगा प्रियंका के इंदौर रोड शो का प्लान
हिमाचल और कर्नाटक में जिस तरह से पार्टी के लिए प्रियंका गाँधी ने प्रचार में विपक्षी दलों को काउंटर किया, उससे पार्टी को काफी फायदा हुआ था। अब मप्र में भी उन्हें स्टार प्रचारक के रूप में बुलाने की तैयारी कांग्रेस तैयारी कर रही हैं। कांग्रेसियों का कहना है कि
प्रियंका गांधी कांग्रेस की काफी सेंसटिव लीडर हैं. उनमें पब्लिक से कनेक्ट करने का शानदार गुण है। प्रियंका गांधी पाार्टी का माहौल बनाने के लिए इंदौर आ रही है। इस संबंध में शहर कांग्रेस कमेटी की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक आज 15 सितंबर को चुनाव प्रभारी सुरजेवाला ने इंदौर के नेताओं को भोपाल बुलाया है। वहां प्रियंका गांधी की सभा और रोड शो की तैयारियों पर चर्चा होगी। अभी तिथि तय नहीं है। प्रियंका की सभा कहां होगी और रोड शो के रुट्स क्या होंगे इन सारे बिंदुओं पर चर्चा होगी ।
आर्शीवाद यात्रा को टककर देने के लिए बनाया मास्टर प्लान
भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने भी जन आक्रोश यात्रा निकालने का मास्टर प्लान तैयार किया है। उसका प्लान यह है की वह अलग अलग क्षेत्रों से लोगों को बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार के बारे में जानकारी देंगे। इसी को लेकर उसने यात्रा का पूरा रोड में तैयार कर लिया है। 16 सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर जन आक्रोश यात्रा निकलेगी। इसके लिए नेताओं को रोडमैप सौंपा गया है। यात्रा में पूरे समय नेता मौजूद रहेंगे और उन्हें यात्रा का रोडमैप भी सौंप दिया गया है।