दिल्ली: G20 समिट के दौरान आयोजित होने वाले नेताओं के डिनर में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को नहीं बुलाया गया है, जिस वजह से विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं ने इसकी आलोचना की है। डिनर का आयोजन भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जा रहा है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पी चिदंबरम ने इस मामले पर अपने विचार साझा किए, चिदंबरम ने कहा “मुझे मीडिया के जरिए यह जानकारी मिली है कि राष्ट्रपति द्वारा आयोजित G20 नेताओं के डिनर में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और राज्यसभा के विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को नहीं बुलाया गया है। अभी ऐसी स्थिति नहीं है जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व खत्म हो जाए।”
चिदंबरम ने यह भी जोड़ा कि इस तरह का कदम वो स्वीकार नहीं कर सकते हैं जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व खत्म हो जाए।
इसके पहले, 8 सितंबर को भारतीय विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ब्रुसेल्स में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे को न बुलाए जाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि इससे लोगों को यह संकेत मिलता है कि भारत की 60% आबादी के नेता को महत्व नहीं दिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मामले पर अपनी आलोचना दी और कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को डिनर में ना बुलाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है और विपक्ष की असहमति का सम्मान किया जाना चाहिए।