म.प्र. मलखम्ब अकादमी जल्द होगी स्थापित – खेल मंत्री सिंधिया

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भोपाल : खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मल्लखंब हमारी मूल विधा है और इस विधा में हमारे खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश की अलग पहचान बनाएँ, इसके लिए शीघ्र ही मध्यप्रदेश राज्य मल्लखम्ब अकादमी स्थापित की जाएगी। खेल मंत्री आज टी.टी. नगर स्टेडियम स्थित मार्शल आर्ट हॉल में मंगलवार से खेली जा रही तीन दिवसीय राज्य स्तरीय मल्लखंब प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित कर रही थी।

प्रतियोगिता में जूनियर एवं सीनियर बालक एवं बालिका वर्ग में ओवर ऑल चैम्पियन बनने का गौरव उज्जैन ने प्राप्त किया। जबकि उप विजेता के खिताब से शाजापुर को नवाजा गया। बालिका सीनियर वर्ग में पन्ना एवं जूनियर बालिका वर्ग में छतरपुर के खिलाड़ी तृतीय स्थान पर रहे। संपूर्ण प्रतियोगिता में बालक वर्ग में भोपाल के प्रणीत यादव तथा बालिका वर्ग में उज्जैन की शिवानी किलोरिया को चैम्पियन ऑफ चैम्पियन अवार्ड से सम्मानित किया गया। खेल मंत्री ने विजेता, उप विजेता टीमों को ट्रॉफी और खिलाड़ियों को मैडल प्रदान कर सम्मानित किया।

व्यक्तिगत स्पर्धाओं में ओवर ऑल प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इनमें जूनियर बालक वर्ग में प्रणव कोरी उज्जैन प्रथम, प्रणीत यादव भोपाल द्वितीय और इन्द्रजीत नागर उज्जैन तृतीय स्थान पर रहे। सीनियर वर्ग में उज्जैन के चन्द्र शेखर चौहान ने प्रथम और विश्नेश सुगंधी ने द्वितीय तथा शाजापुर के सचिन गवले ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी तरह बालिका जूनियर वर्ग में उज्जैन की जेसिका प्रजापति प्रथम, रिद्धिमा शर्मा द्वितीय और शाजापुर की चन्द्रिश मित्तोला तृतीय स्थान पर रही। सीनियर बालिका वर्ग में उज्जैन की शिवानी किरोलिया प्रथम, सोनू मंडावलिया द्वितीय और शाजापुर की रितिका गवली तृतीय स्थान पर रही।

अद्भुत और अविस्मरणीय
समापन समारोह में बालक एवं बालिका वर्ग में मल्लखम्ब खिलाड़ियों ने पोल मल्लखम्ब, रोप और हेगिंग मल्लखंब में बेस्ट आफ प्लेयर के लिए शानदार प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों के प्रदर्शन के दौरान पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। समारोह में उज्जैन की खिलाड़ी श्वेता चौहान ने सिर पर पानी से भरे कांच के गिलास और जलती हुई मोमबत्ती तथा तनिशा जाधव ने दोनों हाथों में मशाल लेकर फायर रोप मल्लखम्ब का संतुलन बनाकर गीत और संगीत पर बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन किया जिसे देखकर दर्शक रोमांचित हो गए। खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने मल्लखंब खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन को अद्भुत और अविस्मरणीय बताया और मुक्तकंठ से प्रतिभा प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि मल्लखंब खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए सरकार कृत संकल्पित है और खिलाड़ियों को इसका लाभ दिलाने के लिए शीघ्र ही मल्लखम्ब अकादमी स्थापित की जाएगी।

यह जस्बा और जुनून बनाए रखें
मल्लखम्ब खिलाड़ियों के प्रदर्शन से प्रभावित खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में मल्लखम्ब खेल में ऐसी छुपी प्रतिभाएँ और उनके प्रदर्शन को देखकर मन प्रफुल्लित है। हमारे खिलाड़ी इस विधा से ऊंचाईयाँ पाकर विश्व में प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि यह जस्बा, जूनुन और लगन बनाएँ रखें। उन्होंने जूडो, कराते, ताइक्वांडो, बॉक्सिंग, रोइंग सहित अन्य खेलों का उदाहरण देते हुए खिलाड़ियों से कहा कि वे शारीरिक और मानसिक रूप से इतने स्ट्रांग हो गए हैं कि किसी अन्य खेल विधा में भी आपकी सफलता सुनिश्चित हैं, क्योंकि असंभव कुछ भी नहीं है। उन्होंने मल्लखंब के तीन इवेन्ट का उल्लेख करते हुए खिलाड़ियों के साथ ही प्रशिक्षकों और निर्णायकों को मल्लखंब का स्तंभ निरूपित किया और उन्हें शुभकामनाएँ दी।

संचालक खेल और युवा कल्याण श्री पवन जैन ने बताया कि तीन दिवसीय इस रोमांचकारी मल्लखंब प्रतियोगिता में 21 जिलों के 366 बालक-बालिका खिलाड़ियों, 44 विभागीय प्रशिक्षकों और 15 तकनीकी निर्णायकों ने भागीदारी की। उन्होंने बताया कि मल्लखंब खेल को सरकार द्वारा राज्य खेल घोषित किया गया हैं। खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के 13 जिलों में मल्लखंब केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है तथा 22 केन्द्रों को विभागीय सहयोग प्रदान किया जा रहा है। खेल संचालक श्री जैन ने कहा कि मल्लखंब खेल के विस्तार और इसकी अकादमी स्थापित करने के लिए खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया के मार्गदर्शन में आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

सुयंक्त संचालक डॉ. विनोद प्रधान एवं श्री बी.एस. यादव सहित अन्य अधिकारी, म.प्र. मल्लखंब एसोसिएशन के सचिव श्री के. श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष श्री प्रकाश ताण्डी, तकनीकी समिति के चेयरमेन श्री राजेन्द्र शर्मा एवं द्रोणाचार्य अवार्डी मल्लखंब श्री योगेश मालवीय, मल्लखंब प्रशिक्षक श्री भारत बांधेवाल उपस्थित थे।