23 अगस्त, भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखने वाला दिन है, क्योंकि इस दिन विभाजन से मुक्ति की कहानी कई रूपों में प्रकट होती है। यह दिन न केवल एक अद्वितीय स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाता है, बल्कि एक एकांतिक संघर्ष के माध्यम से देश के महान नेताओं ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा देने का संकल्प लिया।
1933 में, इसी दिन महात्मा गांधी ने एक और भूख हड़ताल के बाद भारतीय जेल से रिहा होने का संकेत दिया। उनकी असहमति और साहस ने उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की ओर बढ़ने का मार्ग दिखाया और उनका संघर्ष भारतीय जनता के दिलों में अमर रहा।
1947 में, इसी दिन सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के उप प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली। उनके परिश्रम, संघर्ष और समर्पण ने देश को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय संघर्ष को एक समृद्धि और एकता की दिशा में मोड़ दिया।
इस दिन का महत्व हमें याद दिलाता है कि स्वतंत्रता संग्राम के महान नेताओं ने अपने प्रतिबद्धता और संकल्प से भारतीय स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए कैसे संघर्ष किया। यह दिन हमें उनके आदर्शों का सम्मान करने के लिए एक अवसर प्रदान करता है और हमें याद दिलाता है कि हमें अपने देश के प्रति समर्पित रहना चाहिए और स्वतंत्रता और सामर्थ्य के प्रतीक तरीके से अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।