Story of Mughal Emperor Akbar : मुगल साम्राज्य की गरिमा और शान के पीछे छिपे हुए वाकई कई रोचक किस्से हैं। इन्हीं में से एक किस्सा है, बादशाह अकबर का, जब वह पांच सौ लड़कों से डरकर तीन दिनों तक अपने ही लालकिले में कैद रहे थे।
यह घटना उस समय की है, जब बादशाह अकबर अपने शासन क्षेत्र में बड़ी संख्या में सिख युवकों के साथ अपने महल में समय बिता रहे थे। उन्होंने एक दिन उनसे एक अद्वितीय प्रश्न पूछा: “क्या आपके पास इतनी शक्ति है कि आप मुझसे अपने खुदा की तरह प्यार कर सकते हैं? “लड़के अपने गर्व में उलझकर उन्होंने उत्तर दिया: “नहीं, हम खुदा की तरह प्यार नहीं कर सकते।”
इस पर बादशाह अकबर नाराज़ हो गए और उन्होंने लड़कों को सजा दी कि वे तीन दिनों तक अपने ही महल के अंदर बंद रहेंगे और वहां का काम करेंगे। लालकिले के अंदर बंद होने का यह आद्यांतर उनके लिए बड़ी चुनौती थी, क्योंकि उन्हें अपने व्यायाम, खान-पान, और रोज़मर्रा के आदर्श की सख्त अनुसरण करना पड़ता था।
तीन दिन बाद, जब अकबर ने लड़कों से उनकी अनुशासन के बारे में पूछा, तो उन्होंने आश्चर्यचकित होकर देखा कि वे सभी बड़ी श्रद्धा भाव से उनकी आदेशों का पालन कर रहे थे। उन्होंने यह समझा कि युवा उनके प्रति विश्वास की भावना दिखा रहे थे और वे बादशाह की मान्यताओं का आदर करने के लिए तत्पर थे।
इस घटना से बादशाह अकबर ने यह सिख ली कि, व्यक्तिगत अनुशासन और संवाद से बेहतरीन संबंध बनाए जा सकते हैं और यह सामाजिक हित में भी मददगार साबित हो सकते हैं। वह अपने शासनकाल में भारतीय समाज को एकता और समरसता की ओर अग्रसर करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।