2024 में दिवालिया हो सकती है ChatGPT, बिना कमाई के डेवलपर कंपनी कर रही रोज ₹5.80 करोड़ खर्च

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OpenAI, ChatGPT, New Delhi : एक रिपोर्ट के अनुसार अगले साल OpenAI जिसने ChatGPT को विकसित किया है, वो वित्तीय संकट का जल्द सामना कर सकती है। एनालिटिक्स इंडिया मैगजीन ने इस रिपोर्ट में दावा किया है कि, इस कंपनी की रोजाना ChatGPT को संचालित करने के लिए करीब 7 लाख डॉलर, जो कि लगभग ₹5.80 करोड़ खर्च किये जाते हैं।

साथ ही रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि, OpenAI त्वरित गति से अपने वित्तीय संसाधनों को कम कर रही है, हालांकि GPT-3.5 और GPT-4 के लिए सर्विस प्रदान करने के बाद भी कंपनी इसके बावजूद अपनी आय को पर्याप्त नहीं कर पा रही है, जिससे इसकी व्यय को कवर करना बाध्य हो रहा है।

आपको बता दे कि,ओपन एआई (OpenAI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्च लैब है। जिसका मुख्य उद्देश्य मानव ज्ञान और सूचना को समझने और उसे आगे बढ़ाने के लिए AI सिस्टम विकसित करना है। यह कंपनी 2015 में स्थापित की गई थी और यह विभिन्न क्षेत्रों में गहरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉल्यूशन्स प्रदान करती है।

ChatGPT कैसे करता है काम जानें

चैटजीपीटी (ChatGPT) एक ओपनएआई के प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो एक प्रगतिशील प्रकार का भाषा मॉडल है। यह एक भाषा के मॉडल होते हुए विभिन्न प्रकार के सवालों के उत्तर देने में सहायक होता है, जैसे कि जानकारी प्राप्त करना, सिखना, समस्याओं का समाधान करना और अन्य कार्यों का समर्थन करना। चैटजीपीटी उपयोगकर्ताओं के सवालों का उत्तर देते समय भाषा के प्राथमिकताओं, सांकेतिकता की पालन करते हुए उत्तर देने में मदद कर