मध्यप्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेलवे के इस कदम में इंदौर-मनमाड़ नई रेल लाइन प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। साथ ही प्रोजेक्ट की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) भी तैयार हो गई है। सेंट्रल रेलवे इंदौर-मनमाड़ नई रेल लाइन प्रोजेक्ट को रेलवे बोर्ड में भी प्रस्तुत किया है।
आपको बता दे कि, 22000 करोड़ रुपये की लागत में इस नई रेलवे लाइन का निर्माण कार्य किया जाएगा। इसके लिए इंदौर-मनमाड़ के बीच जमीन अधिग्रहण का काम 3 महीने में शुरू किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट मध्यप्रदेश के विकास में योगदान करेगा। नई रेल लाइन से इंदौर, धार, खरगोन, बड़वानी, धुले और नासिक को फायदा होगा।साथ ही राज्य के सड़क और रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूती देने का उद्देश्य साबित होगा।
रेलवे ने इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम तीन महीने के भीतर शुरू करने का आदेश दिया है, जिससे निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ सके। इस प्रोजेक्ट के तहत नई रेलवे लाइन की निर्माण कार्यों में नवाचारी तकनीकों का भी प्रयोग किया जाएगा, जिससे कार्यों की गति में वृद्धि होगी और निर्माण प्रक्रिया में सुरक्षा की जा सकेगी।
कुछ दिनों पहले रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के इंदौर आगमन पर सांसद शंकर लालवानी ने इस प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा की थी, जिसके बाद रेलमंत्री ने दो दिनों में इंदौर से जुड़े सभी प्रोजेक्ट की रिपोर्ट दिल्ली भेजने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे। इससे पहले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अनिलकुमार लाहोटी से भी सर्वे के काम को जल्दी पूरा करवाने को लेकर चर्चा की थी। इस पर लाहोटी ने सेंट्रल रेलवे से रिपोर्ट जल्द देने के लिए कहा था। इंदौर-मनमाड़ नई रेल लाइन से मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र दोनों राज्यों को फायदा मिलेगा। इंदौर से मुंबई की कनेक्टिविटी भी आसान होगी।