इंफाल। मणिपुर में कुकी-मैतेई समुदाय के बीच हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। आज मणिपुर हिंसा को 92 दिन पूरे हो गए है। दो दिन पहले हुई विष्णुपुर में हिंसा को देखते हुए केंद्र सरकार ने अब सेंट्रल फोर्स की 10 कंपनियां को और तैनात करने का फैसला लिया है। जिसमे CRPF की 5, BSF की 3, ITBP और SSB की एक-एक कंपनी तैनात करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं।
आपको बता दे कि, मणिपुर के विष्णुपुर के कीरेनफाबी और थंगलावई में में भीड़ ने पुलिस चौकी पर हमला कर दिया और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा लूट लिया। लगातार बढ़ रही हिंसा को देखते हुए पुलिस ने बाद में कौट्रुक हिल रेंज में ऑपरेशन चलाकर सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया है। लेकिन अभी भी इसमें आए दिन कई लोग अपनी जान गवा रहे है। मासूमों की जान को देखते हुए अब जाकर केंद्रीय सरकार ने कमान अपने हाथों में लेकर सेंट्रल फोर्स की 10 कंपनियां को और तैनात करने का फैसला लिया है।
संसद में एक तरफ इसको लेकर पक्ष विपक्ष चल रहा है तो दूसरी तरफ आए दिन मणिपुर में हिंसा होती हुई नजर आ रही है। मणिपुर हिंसा जातिवाद की लड़ाई है या किसी राजनीतिक गिरोह का शिकार इसे समझ पाना धीरे-धीरे मुश्किल होता हुआ नजर आ रहा है।
कुछ दिनों पहले ही विपक्षी गठबंधन यानी I.N.D.I.A के 21 सांसदों ने मणिपुर की गवर्नर अनुसुइया उइके से मुलाकात की थी। राज्य में हिंसा पर नियंत्रण पाने और हालात सामान्य करने के लिए मणिपुर पुलिस के साथ हजारों जवानों को तैनात किया गया है। अब देखना यह होगा की कुकी-मैतेई समुदाय के बीच हिंसा कब तक खतम होगी।