इंदौर : सामाजिक वानिकी (वन विभाग ) वृत्त इन्दौर तथा शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय इन्दौर के संयुक्त तत्वाधान में जनमानस में औषधि पौधों के प्रति जागरूकता, उनके महत्व तथा आमजन को आसानी से चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार गुणवत्ता युक्त औषधि पौधे उपलब्ध कराने हेतु अभियान इन्दौर के शहरी क्षेत्र में चलाया जा रहा है, जिसमें आज प्रथम दिवस का कार्यक्रम पीपल्याहाना स्कीम नंबर 140 के पास आयोजित किया गया।
मुख्य वन संरक्षक एन.के.सनोडिया ने बताया कि यह कार्यक्रम इन्दौर के प्रमुख स्थलों पर आगामी सप्ताहों / माहों में इसी प्रकार प्रत्येक शनिवार और रविवार को प्रायः जहाँ लोग मनोरंजन, घूमने-फिरने आते हैं, ऐसे स्थानों पर आयोजित किया जायेगा। साथ ही रहवासियों की मांग प्राप्त होने पर स्थल विशेष पर भी आयोजित किया जायेगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा जनमानस औषधि पौधों के गुणों से लाभान्वित हो सकें।
से.नि. प्र.मु.व.स. डॉ. पी.सी.दुबे के द्वारा रूफटाप ग्रीनिंग के विषय में जानकारी दी गई कि निर्मित भवनों में शासकीय एवं अशासकीय कार्यालयों में छत पर काफी खुली जगह होती है, ऐसे स्थलों पर विभिन्न प्रजातियों के पौधे गमलों में लगाये जाकर शहरी क्षेत्र में 30 प्रतिशत तक ग्रीन कवर को बढाया जा सकता है, जिससे शहर के वातावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। साथ ही लोगों का पौधों के साथ एक तालमेल पैदा होगा, जो कि उनका मानसिक तनाव दूर करेगा तथा उनको स्वस्थ रखने में सहायता करेगा। इस अवसर पर लगभग 350 औषधि पौधों का सशुल्क वितरण किया गया। स्थानीय रहवासियों द्वारा वन विभाग के इस कार्यक्रम की प्रशंसा की गई।
इस कार्यक्रम में से.नि. मु.व.सं. वाय.पी. सिंग, संयुक्त निदेशक कृषि सतीश अग्रवाल, सहायक वन संरक्षक धीरेन्द्र प्रताप सिंह, प्रिंसिपल डॉ. ए.पी.एस. चौहान, डॉ. विमल अरोरा, डॉ. रोहित पाटीदार, डॉ. हर्षिता शर्मा, डॉ. आकृति पटेल, शर्मिला झिल्वे, वन विस्तार अधिकारी एस. के. बिल्लौरे, उप वनक्षेत्रपाल संजय काले, वनपाल एवं सामाजिक वानिकी वृत्त इन्दौर के अधिकारियों / कर्मचारियों के द्वारा जागरूकता अभियान में जनमानस को औषधि पौधों के बारे में जागरूक कर सहयोग प्रदान किया गया।