प्रतियोगी परीक्षाओं में टॉप रिजल्ट का पर्याय बनी कौटिल्य एकेडमी, पिछले 8 सालों से MPPSC में टॉपर की परंपरा का गौरव भी संस्थान के नाम

Shivani Rathore
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Indore News : परिश्रम आपका, मार्गदर्शन हमारा और सफलता सबकी इस आदर्श वाक्य के साथ आज से 20 साल पहले 2003 में कौटिल्य एकेडमी की स्थापना श्रीद्वांत जोशी द्वारा की गई थी। निरंतर 20 साल के शिक्षा के सफर में कोचिंग क्लासेस ने सिविल सर्विस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर रिजल्ट दिए हैं। इंदौर में अन्य ब्रांच के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों में भी अलग-अलग जगहों पर कौटिल्य एकेडमी की कई ब्रांच में बेहतर शिक्षा प्रदान की जा रही है। कौटिल्य एकेडमी को शिक्षा के साथ समझौता नहीं करने और बेहतर रिजल्ट देने के नाम से भी जाना जाता है अब तो क्लासेस टॉप रिजल्ट देने का पर्याय बन चुकी है। क्लासेस में क्वालिटी ऑफ एजुकेशन के चलते कई स्टूडेंट्स ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर परफॉर्मेंस कर अपनी मंजिल को हासिल किया है।

सवाल. वर्तमान समय में मध्यप्रदेश के साथ-साथ देश के किन राज्यों में कौटिल्य एकेडमी अपनी सेवाएं दे रही है

जवाब. मध्यप्रदेश के इंदौर से मात्र 18 स्टूडेंट्स के साथ शुरू हुई कौटिल्य एकेडमी में आज हजारों स्टूडेंट्स शिक्षा प्राप्त कर रहें हैं। मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में 40 ब्रांच की स्थापना की है। अपनी बेहतर सेवाओं के चलते कौटिल्य एकेडमी को कई बड़े अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है। कोविड के बाद से लगभग पूरे ऑल ओवर इंडिया में 25 ब्रांच में शिक्षा दी जा रही है वहीं इंदौर में 4 ब्रांच कौटिल्य एकेडमी द्वारा संचालित की जा रही है।

सवाल. 20 साल के शिक्षा के सफर में अभी तक कितने टॉप रिजल्ट क्लासेस द्वारा दिए गए हैं

जवाब. कौटिल्य एकेडमी के सिविल सर्विस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में रिजल्ट की अगर बात की जाए तो लगभग पिछले 8 सालों से एमपीपीएससी में टॉपर की परंपरा का भी गौरव कौटिल्य अकेडमी को ही प्राप्त हुआ हैं। वहीं अन्य एग्जाम में भी कौटिल्य एकेडमी के स्टूडेंट्स ने टॉप रैंक हासिल की है। पिछले 20 सालों की सफलता के इस दौर में शायद ही कोई ऐसा जिला होगा जहां पर कोचिंग के स्टूडेंट्स पदस्थ नहीं होंगे।

सवाल. बेहतर शिक्षा देने के लिए किस क्राइटेरिया के आधार पर एजुकेटर को अप्वाइंट किया जाता हैं

जवाब. किसी भी एग्जाम को ब्रेक करने के लिए सबसे पहले बेहतर मार्गदर्शन जरूरी है इसी को ध्यान में रखते हुए कौटिल्य एकेडमी में ऐसे एजुकेटर को अप्वॉइंट किया जाता हैं जिन्होंने उस एग्जाम को क्वालीफाई किया है जिस एग्जाम के लिए स्टूडेंट को वह पढ़ाने वाले हैं साथ ही क्लासेस में पढ़ाने वाले सभी एजुकेटर को इस फील्ड का एक लंबा एक्सपीरियंस भी है क्लासेस में इंडिया की टॉप फैकल्टी अपनी शिक्षा प्रदान कर रही है। वही यह फैकल्टी हमेशा क्लासेस में उपलब्ध रहती है जिस वजह से स्टूडेंट किसी प्रकार का डाउट होने पर वह डाउट सॉल्व कर सकते हैं।

सवाल. क्लासेस का टाइमिंग क्या होता है वही स्मार्ट स्टडी के लिए क्या किया जाता है

जवाब. स्टूडेंट के हार्ड वर्क को स्मार्ट स्टडी में बदलने और उन्हें बेहतर रिजल्ट देने के लिए क्लासेस में कांसेप्चुअल डिस्कशन, बेस्ट क्वालिटी स्टडी मैटेरियल, टेस्ट पेपर, पर्सनल अप्रोच और अन्य चीजों पर ध्यान दिया जाता है। वहीं स्टूडेंट्स का रोजाना टेस्ट लिया जाता है जिससे वह अपनी कमियों को पहचानकर और बेहतर परफॉर्म करते हैं। क्लासेस के समय की अगर बात की जाए तो सुबह 8 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक अलग अलग टाइम पर क्लासेस संचालित की जाती है। जिसमें स्टूडेंट विभिन्न प्रकार के कोर्स में एडमिशन लेकर शिक्षा हासिल करते हैं। वहीं कई क्लासेस 4 से 5 घंटे की होती है तो कई क्लासेस फुल डे यानी 10 घंटे की भी होती है।

सवाल. पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट को किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए क्या फैसिलिटी प्रोवाइड करवाई जाती हैं

जवाब. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के दौरान स्टूडेंट्स को किसी प्रकार का कोई मानसिक तनाव ना हो और मोटिवेशनल सपोर्ट के लिए सेमिनार का आयोजन किया जाता हैं। जिसमें साइकेट्रिस्ट और अन्य प्रोफेशनल अनुभवी उनका मार्गदर्शन करते हैं। साथ ही योग एक्सपर्ट भी क्लास में स्टूडेंट्स के लिए उपलब्ध रहते हैं। स्टूडेंट से पर्सनल इंटरेक्शन भी किया जाता हैं। वहीं मेडिकल इमरजेंसी के लिए हमेशा क्लास में मेडिकल फैसिलिटी अवेलेबल रहती हैं।

सवाल. क्लासेस में कौन-कौन सी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है

जवाब. कौटिल्य एकेडमी कोचिंग क्लास एक ऐसी संस्था है जहां पर एक ही छत के नीचे सारे कोर्सेज की तैयारी करवाई जाती है जिसमें यूपीएससी मैं आईएएस, आईपीएस, एमपीपीएससी, रेलवे, बैंकिंग, एसएससी, व्यापम, रेंजर, संविदा शिक्षक, एमपीएसआई, सिविल जज, क्लैट, एडीपीओ, ऑल इंडिया बार काउंसिल एग्जाम, सीए एग्जाम, गेट, ईएसई, पीएसयू, डिफेंस सर्विस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। कौटिल्य एकेडमी की स्थापना से पहले इंदौर में एक ही छत के नीचे सारे कोर्स पढ़ाने का चलन नहीं था एक कोर्स पढ़ने के लिए भी अलग-अलग स्थानों पर जाना होता था। सारे सब्जेक्ट की शिक्षा एक ही जगह प्रदान करने की पद्धति और और टीम वर्क का श्रेय कौटिल्य एकेडमी को ही जाता है।