इन्दौर: 8 मार्च यानि अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस, ये दिन सिर्फ महिलाओं के नाम पर पूरी दुनिया जश्न मना रही है। भारत सरकार से लेकर प्रदेश सरकार भी महिलाओं के स्वभिमान, आत्मरक्षा और भी कई योजनाएं लाकर उपहार के रूप में महिलाओं कों दिया जा रहा है। लेकिन प्रदेश में ऐसी कई महिलाएं है जिन्हें ना तो भारत सरकार से और ना प्रदेश सरकार से उपहार की आस है। उन्हें आस है कि मुसीबत के समय वो भी महिला दिवस जैसे अवसर पर प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उनकी फरियाद सुने। जो मुख्यमंत्री माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रहे है…उन्हीं मुख्यमंत्री से आस लगाई बैठी इन्दौर की महिला ने उनकें अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
इन्दौर में ऐसा ही वाक्या सामने आया है जहां एक परिवार इन्दौर नगर निगम के अधिकरियों की प्रताड़ना के आगे आत्महत्या करने कों मजबूर है।शंकरगंज, इन्दौर निवासी प्रेमलता त्रिवेदी, सुनीता, राजेश, हरिशंकर का परिवार का घर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा तोड़ दिया गया। दूसरी ओर दो साल से लीज शाखा के अधिकारी पूर्व कमिश्नर मनीष सिंह द्वारा लीज नामांतरण की अनुमति देने के आदेश के बाद भी उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। परिजनो का कहना है कि प्रदेश की जनता को अपना परिवार बताने वाले प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उन परिवार की क्या मदद करते है।बहरहाल पूरा परिवार महिला दिवस पर पीएम मोदी और सीएम शिवराज से मदद की गुहार लगाई है। खास बात तो यह कि महिला दिवस पर इन्दौर नगर निगम में महिला कमिश्नर प्रतिभा पाल के रहते हुए भी महिलाएं परेशान हो रही है।