नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ पिछले कई महीनों से देश के कई राज्यों के किसान प्रदर्शन कर रहे है। इस प्रदर्शन को चलते तीन महीनों से भी ज्यादा हो गए है लेकिन ये थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ सरकार अपनी बात पर अड़ी हुई है दूसरी और किसान इस कानून को किसान विरोधी बता रहे है, और इसका विरोध कर रहे है, एक बार फिर इस किसान आंदोलन में नया मोड़ आ रहा है, जोकि अब इस विधानसभा चुनाव से जुड़ता नज़र आ रहा है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर जंग छिड़ी हुई है, इसके चलते किसान आंदोलन दिल्ली की सीमाओं से कोलकाता तक पहुँचता नजर आ रहा है। किसान आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने एलान किया है कि “इन दिनों पूरी सरकार कोलकाता के विधानसभा चुनाव के लिए लगी हुई है, इसलिए अब किसानों का प्रतिनिधिमंडल भी अब कोलकाता जाएगा, वहां के किसानों से बात करेगा और सरकार से भी बात करेगा।” साथ ही किसान आंदोलन के कोलकाता में में कूच करने की तारीख 13 मार्च की तारीख तय की गई है।
किसान आंदोलन को लेकर नई तैयारी-
कृषि कानून को लेकर दिल्ली सीमाओं को लेकर चल रहे आंदोलन में किसान मौसमों से निपटने के लिए नई तैयारी शुरू कर दी है। मौसम से निपटने के लिए किसानों ने अपने प्रदर्शनस्थलों पर पंखे, मच्छरदानियां, फ़्रिज और अन्य सामान लाने शुरू कर दिये हैं। इतना ही नहीं गर्मियों के मौसम को लेकर भी अलग नजारा देखने को मिला है, गर्मी के लिए किसानो ने पानी की सप्लाई के लिए बोरवैल किया गया है, इतना ही नहीं गर्मियों के लिए फ्रिज और झोपड़ियों को भी बनाया गया है।