Indore News : अहिल्यामाता गौशाला के विकास पर होंगे 173 लाख रूपये खर्च

Shivani Rathore
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इंदौर : मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में गत माह सम्पन्न हुई कलेक्टर और कमिश्नर कांफ्रेंस में दिये गये निर्देशानुसार प्रदेश के प्रत्येक जिले मे एक वृहद गौशाला का विकास किया जाना है। इस क्रम मे इन्दौर जिले मे इन्दौर जनपद पंचायत के ग्राम पेडमी मे संचालित आहिल्यामाता गौशाला का चयन जिले की आदर्श गौशाला के रूप मे विकसित किये जाने हेतु किया गया है।

उक्त गौशाला के विकास कार्यो के संबंध में चर्चा के लिये कलेक्टर श्री मनीष सिंह की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट मे बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हिमांशु चंद्र एवं अहिल्यामाता गौशाला ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री रामेश्वर असावा , कोषाध्यक्ष श्री पुरषोत्तम पसारी एवं सचिव श्री शंकरलाल अग्रवाल, परियोजना अधिकारी श्री अनिल पंवार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद इन्दौर श्री जी.एस. प्रजापति आदि उपस्थित थे।

बैठक में श्री हिमांशु चंद्र ने बताया कि उक्त गौशाला में वर्तमान में 400 गौवंश है। गौशाला की क्षमता वृद्धि की जा रही है। इसके लिये 150 गौवंश के लिये 02 ईकाई मनरेगा अन्तर्गत स्वीकृत की गई है। मौके पर निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है । यह कार्य 15 मई 2021 तक पूर्ण होगा। इसके अतिरिक्त 300 गौवंश के लिये गौशाला शेड निर्माण के कार्य की स्वीकृति की कार्यवाही की जा रही है। गौशाला की कुल क्षमता 900 से 1000 गौवंश हो सकेगी।

उक्त गौशाला में बायोगैस संयत्र वर्तमान में संचालित है। गौशाला में गौकाष्ठ निर्माण हेतु मशीन उपलब्ध कराई गयी है एवं गौ-काष्ठ उत्पादन प्रारंभ किया जा रहा है। गौशाला में गौ-फिनायल एवं हवन कण्डे निर्माण भी शुरू किया जा रहा है । गौशाला के लिये मनरेगा से नाडेप एवं वर्मी पिट के कार्य भी स्वीकृत किये गये है जिनसे कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया जायेगा।

गौशाला के 2 हेक्टयर क्षेत्र के लिये नेपीयर घास उत्पादन की उपयोजना मनरेगा से स्वीकृत की जा चुकी है। जिससे गौवंश को हरा चारा मिल सकेगा। गौशाला के आय के स्त्रोत निर्मित करने के लिये गौशाला परिसर में फलोद्यान विकास कार्य मनरेगा से स्वीकृत किये जा रहे है।

गौशाला से संबंधित भूमि में भू-जल रिचार्ज एवं सिंचाई जल उपलब्धता के लिये पूर्व से विद्यमान तालाब का सुद्ढीकरण एवं जीर्णोद्धार का कार्य एवं 04 पोण्ड के कार्य भी मनरेगा से स्वीकृत किये जा रहे है। सिंचाई हेतु निर्मल नीर उपयोजना में कूप निर्माण भी कराया जाना प्रस्तावित है। गौ-टूरिज्म को आकर्षित करने के उद्धेश्‍य से गौशाला परिसर में मंदिर कुंज एवं नक्षत्र वाटिका का विकास भी किया जायेगा।

गौशाला विकास के लिये उक्त प्रस्तावित कार्यो पर 173 लाख रूपये का व्यय अनुमानित है । कलेक्टर श्री मनीष सिंह द्वारा बताया गया कि उक्त कार्यो का उदेश्य गौशाला को आत्मनिर्भर बनाते हुये आदर्श गौशाला के रूप मे विकसित किये जाने का है।