Weather Update: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश का मौसम इन दिनों निरंतर अपना मिजाज बदल रहा है। कुछ दिनों से जारी शीतलता सोमवार को कम हुई है। टेंपरेचर में वृद्धि रिकॉर्ड की गई हैं। नरसिंहपुर, रतलाम, टीकमगढ़ में दिन का टेंपरेचर 41 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया है। साथ ही साथ ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश में 15 मई के बाद हीट वेव चल सकती है। इसी बीच बंगाल की खाड़ी से उठने वाले साइक्लोन तूफान अर्थात ‘मोचा’ का प्रभाव मध्य प्रदेश पर भी अपना रंग दिखाएगा। सिवनी में मंगलवार को ओले भी गिर सकते हैं, वहीं 14 जिलों में बारिश की आशंका भी जताई गई है। गुजरे 24 घंटों के बीच प्रदेश के ग्वालियर, जबलपुर एवं सागर, भोपाल संभाग के जिलों में अलग अलग स्थानों पर बरसात रिकॉर्ड की गई। ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर इंदौर, उज्जैन, सागर संभाग के जिलों में काफी मात्रा में बढ़े। सर्वाधिक टेंपरेचर एक बार फिर 40 डिग्री के पार पहुंचने के अनुमान लगाए जा रहे है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के आधार पर ऐसा बताया जा रहा हैं कि गुजरे 24 घंटों के बीच प्रदेश के ग्वालियर, जबलपुर एवं सागर, भोपाल संभाग के जिलों में कुछ – कुछ जगहों पर बारिश रिकॉर्ड की गई। सर्वाधिक तापमान इंदौर, उज्जैन, सागर संभाग के जिलों में भरे तादाद में बढ़े। अधिकतम तापमान एक बार फिर 40 डिग्री के पार जाने लगा है। अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कह रहा है कि रीवा संभाग के जिलों में एवं निवाड़ी, अनूपपुर, सागर, शहडोल, टीकमगढ़, छतरपुर, सिवनी, रायसेन, ग्वालियर, विदिशा, नर्मदापुरम, नीमच एवं मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। विभाग की ओर से ऑरेंड अलर्ट भी जारी किया गया है, जिसके अनुसार सिवनी जिले में कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है। यलो अलर्ट के मुताबिक रीवा संभाग के जिलों में निवाड़ी, अनूपपुर, सागर, शहडोल, टीकमगढ़, छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज हवा चलेगी।
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‘मोचा’ भी डालेगा प्रभाव
वहीं इसी के साथ बंगाल की खाड़ी से उठने वाले साइक्लोन तूफान ‘मोचा’ का प्रभाव मध्यप्रदेश पर भी पड़ेगा। प्रदेश के कुछ भागों में 40 किमी प्रत्येक घंटे की स्पीड से आंधी चलेगी, तो हल्की बारिश भी हो सकती है। ऐसे में गर्मी के मिजाज फिर ठंडे पड़ सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, ‘मोचा’ का प्रभाव अगले दो-तीन दिन में फिर बढ़ सकता है। इससे देश के पूर्वी भागों के साथ मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में भी इसका प्रभाव दिखाई पड़ेगा। हालांकि, मध्यप्रदेश में तेज वर्षा होने का फिलहाल कोई अंदेशा अभी तक जाहिर नहीं किया गया हैं।
क्यों बदल रहा मौसम
चलिए अब बात करते हैं मौसम की आखिर क्यों मौसम अपना मिजाज आए दिन बदल वैज्ञानिक बता रहे हैं कि मौजूदा समय में तीन मौसम तंत्र सक्रिय हैं। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के आस पास हवा के ऊपरी भाग में साइक्लोन के रूप में सक्रिय है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक साइक्लोन चक्र बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में कम दबाव का इलाका बन गया है। 10 मई तक अवदाब के क्षेत्र के साइक्लोन तूफान में बदलने की आशंका बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में हो रही इस उथल पुथल के कारण हवाओं का रुख एकदम बदलने लगा है। रविवार को हवा का रुख पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी रहा। इस कारण से मध्य प्रदेश के अधिकांश शहरों में सुबह के समय के टेंपरेचर में सर्वाधिक बढ़ोतरी रिकॉर्ड की जा रही हैं।
प्रदेश के बड़े शहरों के हाल
शहर | अधिकतम तापमान | न्यूनतम तापमान |
भोपाल | 38.5 | 25 |
इंदौर | 38.4 | 24.5 |
ग्वालियर | 40.5 | 22.9 |
जबलपुर | 37.5 | 24.6 |