इंदौर: ‘नशे की लत’ विषय पर देश के मनोचिकित्सा के पोस्ट ग्रैजुएट विद्यार्थियों के लिए प्रक्षिशण एवं विकास कार्यक्रम का आयोजन मनोरोग विभाग इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के विभाग्याध्यक्ष एवं सहयोगियों द्वारा मालवांचल विश्वविद्यालय में किया गया। यह कार्यक्रम सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया गया। इस कार्यक्रम में देश के प्रख्यात मनोरोग विशेषज्ञ द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ. जी. एस. पटेल, डीन इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, इंदौर द्वारा दीप जला कर किया गया। इसके बाद डॉ राम गुलाम राजदान विभागाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि “देश में देश में करीब 18.5% लोग नशे का सेवन करते हैं। यह विकार किसी भी तरह की मानसिक एवं शारीरिक परेशानी कर सकते हैं।”
ऑस्ट्रेलिया से डॉ जॉन वी सोंडर नशा रोग के अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ ने नशीले पदार्थ के वर्गीकरण के बारे में बताया। डॉ अतुल अम्बिकर प्रो नेशनल ड्रग डीएडिक्शन सेंटर एम्स दिल्ली (राष्ट्रीय नशामुक्ति केंद्र ) द्वारा नशीले पदार्थों केव्यापकता के बारे में बताया। डॉ सविता मल्होत्रा, चंडीगढ़ की पूर्व प्राध्यापक एवंविभागाध्यक्ष मनोरोगी ने बच्चों और किशोरों में मनोरोग समस्या के बारे में बताया।
डॉ प्रतिमा मुर्ति विभागाध्यक्ष मनोरोग विभाग, निमेहेंम बैंगलोर द्वारा नशीले पदार्थों के उपचार के बारे में बताया गया। डॉ संजय गुप्ता प्राध्यापक बी.एच यु आई.एम एम. द्वारा विहेवियर एडिक्शन के बारे में बताया कि “बच्चों में इंटरनेट एवं बड़ों में गैवलिंग की समस्या आज के समय में एक बहुत बड़ी समस्या है। इस समस्या की आदत नशीले पदार्थों की आदत के जैसे है तथा इनका उपचार भी नशीले पदार्थ जैसे किया जा सकता है।”
कार्यक्रम में करीब 325 मनोरोग के पीजी स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन भाग लिया। इस कार्यक्रम से नशामुक्ति के लिए जागरूकता आएगी एवं इसका उपचार करने में वें लाभदायक होंगे। पूरे आयोजन का संचालन डॉ अनुकृति एवं डॉ सूर्य द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम को सभी रेसिडेंट्स एवं सीनियर डॉक्टर्स द्वारा संपन्न किया गया। कार्यक्रम का अंत राष्ट्रीयगान के साथ किया गया।