नई दिल्ली: बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा ऋचा चड्ढा देश दुनिया के मुद्दों पर अपने बेबाक बोलने के अंदाज के कारण आये दिन सुर्खियों में बनी रहती है। ऋचा उन अभिनेत्रियों में से है जो देश में हुई किसी भी गलत घटना या इस प्रकार की किसी अन्य गतिविधियों पर सोशल मिडिया पर हमेशा एक्टिव रहती है और इसके खिलाफ बिना डरे अपनी बात रखती है। साथ इस अभिनेत्री का मानना है कि उनकी इस आदत का असर उनके काम पर कभी नहीं पड़ता है। इस बार ऋचा ने अपनी आवाज उत्तर प्रदेश के उन्नाव की घटना के लिए उठाई है इस घटना पर उन्होंने अपना सोशल मिडिया पर गुस्सा जाहिर किया है।
क्या है उन्नाव घटना- उत्तर प्रदेश के उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा जंगल में जानवरों के लिए चारा लेने गई 3 किशोरियों में से 2 की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, वहीं, एक पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक है , उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। इस मामले को लेकर काफी लोगो अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करा रहे है, और दोषियों की सजा की मांग कर रहे है.
देश में जब भी किसी के साथ कुछ गलत हो या अन्य किसी भी प्रकार की घटना में ऋचा सदैव आगे रहती है, इस बार उन्होंने यूपी के उन्नाव की घटना के लिए अपना गुस्सा जाहिर करते हुए अपने ट्वीटर एक्सेंट पर गुरुवार को दो ट्वीट्स किए, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। ऋचा की प्रशंसकों की संख्या भी कम नहीं जिस वजह से कुछ ही समय में इनके दोनों ट्वीट्स आग की तरह वायरल हो गए।
ऋचा ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि -“स्वर्ग और नरक धरती पर हैं और उन्नाव महिलाओं के लिए नरक है” उन्नाव की इस घटना को लेकर उनका कहना है कि ‘उन्नाव उनके लिए बहुत ही खराब’ आगे उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा है कि ‘जिंदगी की खातिर जंग लड़ रही लड़की के लिए प्रार्थना, इसे रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं, जिस वजह से ऐसा बार-बार हो रहा है.’ इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि अब ये हाथरस नहीं बनेगा इसके आरोपियों को जल्दी ही सजा मिलेगी।
ऋचा ने शाम के समय अपने सोशल मीडया अकाउंट पर एक और ट्वीट किया जिसमे उन्होंने लिखा है कि, ‘उस लड़की को अभी एयरलिफ्ट करके एम्स भेजा जाए.’ और इस ट्वीट का समर्थन लोगो ने जमकर किया साथ ही ऋचा के इस ट्वीट पर नेटिजेंस भी अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ऋचा भले ही अपनी फिल्मो में विलन का किरदार निभाती हो लेकिन असल जिंदगी में देश में किसी भी गलत बात के खिलाफ उठाने वाली महिलाओ में से है।