मध्यप्रदेश के मौसम ने शनिवार शाम को अचानक से एक बार फिर करवट ले ली। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई है। कुछ स्थानों में ओले भी गिरे। कई जगहों पर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज आंधी भी चली। आंधी, बारिश के कारण खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बिछ गई। लहसुन, प्याज, गेहूं और दाल की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 31 मार्च तक प्रदेश के कई हिस्सों में ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
इन जिलों में हुई बारिश, गिरे ओले
मंदसौर, बैतूल शाजापुर, रतलाम, राजगढ़ समेत पूर्वी मध्य प्रदेश के कई जिलों में अफलातून बारिश और बूंदाबांदी हुई यहां तेज आंधी भी चली। यहां ओले भी गिरे। बारिश ही नहीं कई स्थानों में ओले भी गिरे खंडवा, शाजापुर, आगर मालवा मैं हल्की ओलावृष्टि हुई है। मौसम विभाग ने रायसेन, अलीराजपुर, मंदसौर, नीमच के साथ ही ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
31 मार्च तक संकट की घड़ी
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए ये बताया है कि बरसात और आंधी यह कंडीशन आने वाले एक हफ़्ते तक बनी रह सकती है। इस बीच कई स्थानों में ओलावृष्टि होने का भी अनुमान जताया गया है। उत्तर भारत के पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। रविवार को भोपाल, इंदौर, और उज्जैन में हल्की बारिश होने के आसार है। साथ ही 27 और 28 मार्च को सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर में हल्की बारिश होने की संभावनाएं है। ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों में और रायसेन अलीराजपुर मंदसौर नीमच में बिन बरसात का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 31मार्च तक कहीं-कहीं कुछ स्थानों पर वर्षा के साथ /हल्की मध्यम आकाशीय बिजली और वज्रध्वनि के साथ वाली आंधी की भी संभावना बनी हुई है।
इन जिलों में हो सकती है बारिश, गिरेंगे ओले!
मौसम विभाग की जारी चेतावनी के मुताबिक रविवार को भोपाल, इंदौर,ग्वालियर चंबल,नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। वहीं कुछ स्थानों में खोले भी गिर सकते हैं।
टेंपरेचर में आएगी गिरावट
आने वाले 3-4 दिनों में मौसम में परिवर्तन के कारण प्रदेश के सभी हिस्सों के अधिकतम टेंपरेचर में गिरावट दर्ज की जा सकती है।