प्रदेश में आए दिन मौसम के बदलते मिजाज ने आ जान जीवन अच्छा खासा प्रभावित कर दिया हैं। सौराष्ट्र पर एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र निर्मित होने की वजह से मध्यप्रदेश के मौसम पर इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। इसके अतिरिक्त मुंबई छत्तीसगढ़ की ओर से एक अन्य वेदर सिस्टम एक्टिव हुआ है। जिसके कारण मौसम एक्टिविटीज में भारी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। 16 मार्च से मध्यप्रदेश में बारिश का सिस्टम एक्टिव हो गया है। शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदा पुरम, रीव संभाग सहित कटनी, जबलपुर, पन्ना, सागर, छतरपुर में भी ओलावृष्टि की चेतावनी जारी कर दी गई है।
आए दिन मध्यप्रदेश का मौसम निरंतर बदलता जा रहा है। वहीं हवाओं का रुख दक्षिणी होने से पारे में उछाल है तो कहीं हवाओं में नमी से बादल भी छाने लगे है। इससे दिन का पारा भी काफी हद तक बढ़ गया है। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बारिश का दौर जारी है। इस दौरान मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में बारिश, बिजली और तूफ़ान की आशंका भी जताई है। मतलब अलगे एक दो दिन में प्रदेश की सर्दियों में काफी इजाफा होगा। फिलहाल यहां गर्मी से थोड़ी राहत है।
हवा की गति 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा
ग्वालियर, सागर, शहडोल में भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हवा की गति 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा है। आकाशीय बिजली गिरने का पूर्वानुमान जताया गया है। दमोह के पथरिया और देवास में भी भारी बारिश देखने को मिली है। इसके अतिरिक्त उज्जैन में भी बारिश का दौर जारी है। 19 मार्च तक मौसम ऐसे ही बना रहेगा।
18 जिलों में भारी बारिश का दौर जारी
पिछले 2 दिन में भोपाल इंदौर, सीहोर, खरगोन, नर्मदा पुरम, बड़वानी, सेंधवा, उज्जैन, मुरैना, हरदा ,खंडवा, भिंड, ग्वालियर, बैतूल, शिवपुरी, अनूपपुर, डिंडोरी, दमोह, सिवनी, बालाघाट में भी बारिश की वार्निंग जारी की गई है। इसके साथ ही गुरुवार और शुक्रवार को जिले में बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। 18 जिलों में भारी बारिश का ये दौर जारी है। इसके साथ ही भोपाल और मंदसौर में भी ओलावृष्टि देखने को मिली है।
तेज आंधी सहित बिजली गिरने का पूर्वानुमान
17 मार्च को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर चंबल, नर्मदा पुरम, रीवा, शहडोल, सागर रोड, जबलपुर संभाग में तेज बारिश सहित आंधी का भी पूर्वानुमान जारी किया गया है। ओलावृष्टि होने के आसार जताए गए हैं। 20 से 21 मार्च तक के बीच भोपाल , इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग में मौसम बदला रहेगा। तेज आंधी सहित बिजली गिरने का पूर्वानुमान जताया गया है।
मौसम प्रणाली
मौसम प्रणाली की बात किया जाए तो उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। जिसके कारण मौसम में निरंतर परिवर्तन नजर आ रहे हैं। यह पश्चिमी विक्षोभ काफी ज्यादा स्ट्रांग रहने वाला है। इसी के प्रभाव के चलते एक प्रेरित चक्रवाती साउथ ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से निर्मित हुआ है। इसके कारण भी मौसम बदल गया है। साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण भी दक्षिण पूर्वी हवाएं चल रही है। 16 मार्च से एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण भारी आंधी बारिश और ओलावृष्टि की भी चेतावनी जारी कर दी गई है।
रात के टेंपरेचर में वृद्धि
मौसम विभाग के अनुसार बादल बने रहने के कारण रात के टेंपरेचर में काफी ज्यादा वृद्धि हो रही है। मौजूदा समय में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के संसद के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में निर्मित हुआ है। उत्तर पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवाती क्षेत्र निर्मित हुआ है। इसके साथ ही दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।