नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर इन दिनों टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ दिए जाने की मांग की जा रही है। जिसके चलते रतन टाटा को भारत रत्न दिए जाने की मांग को लेकर ट्विटर पर #BharatRatnaForRatanTata हैशटैग भी काफी ट्रेंड कर रहा है। वही जब सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे इस कैंपेन के बारे में जब रतन टाटा को पता चला तब उन्होंने खुद इस बात पर अपनी राय रखी।
रतन टाटा ने लोगों से कैंपेन को बंद करने की मांग करते हुए कहा है कि वह एक भारतीय होने पर खुद को भाग्यशाली मानते हैं। दरअसल रतन टाटा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि, “मैं सोशल मीडिया पर मुझे भारत रत्न देने की मांग करने वालों की भावनाओं को समझता हूं और उनका सम्मान करता हूं। मेरा विनम्र निवेदन है कि इस तरह के कैंपन को बंद कर दिया जाए। मैं खुद को भारतीय होने और भारत के विकास और समृद्धि में योगदान देने के लिए भाग्यशाली मानता हूं।”
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही रतन टाटा को ऑफिस के स्टाफ के द्वारा इस बात की जानकारी मिली थी कि, उनका एक ऑफिस मेंबर 2 साल से बीमार हैं। अपने स्टाफ की बीमारी की बात सुनकर रतन टाटा खुद को रोक नहीं पाए और मुंबई से पुणे उनके घर पर मुलाकात करने के लिए पहुंच गए। उन्होंने अपना यह दौरा पूरी तरह से व्यक्तिगत रखा था। वह सीधे पुणे की उस सोसायटी में पहुंचे जहां उनके ये पूर्व कर्मचारी रहते हैं। रतन टाटा को अपने घर पाकर कर्मचारी भी हैरान रह गए। उन्हें अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था, लेकिन यह बिल्कुल सच था। इसी मामले पर सोशल मीडिया में ये मांग हो रही है।