देश में इस समय राजधानी दिल्ली समेत अधिकतर कई राज्यों में फरवरी माह में ही अप्रैल जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। हालाँकि आने वाले दिनों में भी इससे राहत नहीं मिलने वाली है। जिसका कारण है कि आमतौर पर जनवरी या फरवरी में कई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते थे लेकिन इस बार कोई भी मजबूत वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव नहीं हुआ जिस वजह से बारिश देखने को नहीं मिली। मौसम विभाग के मुताबिक आज से फिर अधिकतम तापमान में इजाफा देखने को मिलेगा।
राजधानी दिल्ली में ये रहा तापमान
देश के कई हिस्सों में अभी से ही तापमान में वृद्धि देखने को मिल रही है। वहीं आज राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदूषण की बात करें तो हवा की गति में तेजी के साथ ये पिछले दो दिन से बेहतर स्थिति में है। आज यानि 24 फरवरी को सुबह 8 बजे के वक्त दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 158 दर्ज किया गया, जो मध्यम स्थिति है।
इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग की मानें तो उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत अगले पांच दिनों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री अधिक रहने की संभावना है। हालाँकि 25 फरवरी से एक पश्चिमी विक्षोभ एक बार फिर एक्टिव हो रहा है, जिससे तापमान में बढ़त देखने को मिलेगी। मौसम विभाग ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते जम्मू-कश्मीर में 25 और 26 फरवरी को बिजली के साथ बारिश की संभावना है। हालांकि उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और पूर्वी भारत के हिस्से में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री बढ़ेगा। हालांकि, बाकी हिस्सों में अगले पांच दिनों में तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
IMD के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ 25 फरवरी से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करने की संभावना है। जिसकी वजह से अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम में बर्फबारी और बारिश के आसार हैं। जबकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छा सकता है। हालाँकि देश के अन्य हिस्सों में कोई खास मौसम में परिवर्तन देखने को नहीं मिलेगा।
फरवरी में इस वजह से हो रही भयंकर गर्मी
मौसम विभाग अनुसार आमतौर पर फरवरी में काफी मजबूत पश्चिमी विक्षोभ देखने को मिलते थे। जिसकी वजह से देश के अधिकतर राज्यों में बारिश देखने को मिलती थी। लेकिन इस बार कोई भी मजबूत की जगह कमजोर वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहे हैं। जिसकी वजह से भी तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसकी वजह से न तो मैदानी क्षेत्र में बारिश हुई और न ही पहाड़ों मे बर्फबारी देखने को मिली है।