केंद्र सरकार की ओर से लगाए 3 कृषि कानूनों को लेकर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन मिलने लगा है। अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी लगातार इसको लेकर ट्वीट कर रहे हैं। दरअसल, सबसे पहले अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करके इन चर्चाओं को और बढ़ा दिया है। जिसके बाद अब विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में अपना बयान जारी किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग और कमेंट्स से लुभाने का तरीका, खासकर जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा किया गया हो तो यह न तो सटीक है और न ही जिम्मेदाराना है।
बता दे, विदेश मंत्रालय ने ये बात तब कही जब पॉप सिंगर रिहाना, क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की रिश्तेदार मीना हैरिस ने किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किए हैं। विदेश मंत्रालय का कहना है की इन विरोधों पर अपना एजेंडा लागू करने और उन्हें पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे निहित स्वार्थी समूहों को देखना दुर्भाग्यपूर्ण है।
जैसा कि 26 जनवरी को देखा गया था। इस तरह के मामलों पर टिप्पणी करने से पहले हम आग्रह करते हैं कि तथ्यों का पता लगाया जाए और मुद्दों की उचित समझ की जाए. भारत की संसद ने पूर्ण बहस और चर्चा के बाद कृषि क्षेत्र से संबंधित सुधारवादी कानून पारित किए। इन निहित स्वार्थ समूहों में से कुछ ने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश की है। ऐसे बाहरी तत्वों से प्रेरित होकर दुनिया के कई हिस्सों में महात्मा गांधी की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। यह भारत के लिए और हर जगह सभ्य समाज के लिए बेहद परेशान करने वाली बात है।