आबिद कामदार
इंदौर : प्रतिस्पर्धा के इस दौर में बेहतर शिक्षा मिलना मुश्किल हो गया है, एडमिशन से पहले हर स्टूडेंट के मन में कॉलेज की शिक्षा प्रणाली से लेकर प्लेसमेंट के बाद बेहतर भविष्य की चिंता सबके मन में होती है, इसके लिए शहर के स्टूडेंट विदेश और मेट्रो सिटी की और जाते है, अगर शहर में बात प्रबंधन के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले कॉलेज की करी जाए तो वाले सबसे प्रतिष्ठित व्यावसायिक संस्थानों में से एक नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज है।
नरसी मोंजी डीम्ड टू यूनिवर्सिटी है, जिसकी इंदौर में 2017 में शुरुआत इंदौर में कॉलेज के चांसलर अमरीश भाई पटेल द्वारा की गई। कॉलेज के बारे में जानकारी देते हुए कॉलेज के स्कूल ऑफ टैक्नोलॉजी के एसोसिएट डीन अकील बंगलौवाला ने बताया कि संस्थान पूरे देश में विभिन्न स्थानों पर विभिन्न विशेषज्ञताओं के साथ प्रबंधन पाठ्यक्रम प्रदान करता है।इंदौर में इसकी शुरुआत में तीन स्कूल से हुई, जिसमें स्कूल ऑफ कॉमर्स, स्कूल ऑफ बिजनेस और स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग शामिल किए गए। वहीं 2019 से कॉलेज में स्कूल ऑफ लॉ की शिक्षा भी दी जा रही है।
प्रबंधन से लेकर लॉ के क्षेत्र में दी जा रही शिक्षा
कॉलेज में प्रबंधन से लेकर टेक्नोलॉजी और लो के क्षेत्र में बेहतर शिक्षा प्रदान की जा रही है, जिसमें एसबीएम स्कूल ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एसबीएम में एमबीए मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स कॉलेज द्वारा संचालित है।स्कूल ऑफ कॉमर्स में बीबीए, बीकॉम ऑनर्स शामिल है, स्कूल ऑफ टैक्नोलॉजी में पांच साल का एमबीए टेक, बीटेक सीएस बीएस, इसके बाद बीटेक सीई प्रोग्राम कॉलेज द्वारा चलाए जा रहे हैं। वहीं कॉलेज में स्कूल ऑफ लॉ की शिक्षा भी दी जा रही है। जिसमें पांच साल के इंटीग्रेटेड प्रोग्राम बीए एलएलबी, और बीबीए एलएलबी चलाया जा रहा है।
25 से 30 लाख के हाईएस्ट पैकेज पर मिलती है स्टूडेंट को नौकरी
हर स्टूडेंट का सपना कॉलेज से पास आउट होने के बाद बेहतर नौकरी पाना होता है, इसके लिए बात अगर एनएमआईएमएस इंदौर की करी जाए तो यहां प्रबंधन के क्षेत्र में 25 से 30 लाख तक के प्लेसमेंट में हाईएस्ट पैकेज होते है, वहीं अंडरग्रैजुएट कोर्स में भी 10 लाख से ऊपर स्टूडेंट को पैकेज मिलते है। प्लेसमेंट सेल में टाटा कम्युनिकेशन, टाटा कैपिटल, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, टीसीएस, इन्फोसिस, और अन्य बड़ी कंपनी प्लेसमेंट सेल में आती है।
गगनचुम्बी इमारतों के साथ कैंपस में खेल परिसर से लेकर अन्य सुविधाएं
कॉलेज के इन्फ्रास्ट्रक्चर की अगर बात की जाए तो, कॉलेज की गगनचुंबी बिल्डिंग एल शेप में बनी है। यहां दो ब्लॉक में इन चार विभागों को बांटा गया है, वहीं बाहर से आने वाले स्टूडेंट के लिए कैंपस में हॉस्टल सुविधा भी उपलब्ध है। वहीं कॉलेज कैंपस में सोलह सो से ज्यादा स्टूडेंट है। जिसमें पूरे देश के कोने कोने से आए स्टूडेंट कॉलेज में पढ़ाई कर रहे है। वहीं कॉलेज कैंपस में गेम्स के लिए ग्राउंड भी है।
इन एंट्रेस एग्जाम के माध्यम से होती है कॉलेज में एंट्री
कॉलेज में एडमिशन प्रोसीजर के लिए हर क्षेत्र के लिए एंट्रेंस एग्जाम होती है। जिसमें बीबीए के लिए एनपेट, स्कूल ऑफ कॉमर्स के लिए एलसीईटी इंजीनियरिंग के लिए एनमेट मैनेजमेंट के लिए वहीं लॉ के लेट की एग्जाम को क्वालीफाई कर मेरिट में स्थान सुनिश्चित करना होता है। सिर्फ एसबीएम की बात की जाए तो पूरे देश से पचास हजार से ज्यादा फॉर्म 600 सीट के लिए आते है। इसी के साथ काउंसलिंग और एग्जाम के समय कॉलेज सिलेक्शन का विकल्प दिया जाता है।
क्लास मिस हो जाए तो अगले सप्ताह करना होता है पूरा, नही तो एग्जाम के लिए नही होते क्वालीफाई
कॉलेज का एकेडमिक्स आईबीएल के सेब्ड सॉफ्टवेयर से चलता है, इस सॉफ्टवेयर में किसी कोर्स को कॉलेज द्वारा बुक किया जाता है, जिसमें कोर्स के नाम के साथ क्लास और घंटे सप्ताह के हिसाब से विभाजित होते है। छुट्टी करने या किसी और कारण से जब क्लास छूट जाती है, ऐसे में उसे दूसरे सप्ताह में पूरा करना होता है, क्लास पूरी नही करने पर एग्जाम के लिए क्वालीफाई नहीं माने जाते है। इन कोर्सेज को तीन क्रेडिट में बांटा जाता है।
यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल कोलेब्रेशन के तहत फॉरेन में कर सकते है पढ़ाई,सालभर चलते है कई प्रोग्राम
कॉलेज में स्टूडेंट के लिए इंटरनल एक्टिविटी हाेती है, जिसमें गेम्स, प्रोगाम, स्किल डेवलपमेंट, वहीं एकेडमिक्स में इंडस्ट्रियल विजिट, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग और अन्य ऐक्टिविटी की जाती है। कॉलेज के फीस स्ट्रक्चर की बात की जाए तो बीटेक के लिए 2 लाख, एमबीए टेक 3 लाख के आसपास, लॉ में पर ईयर लगभग एक लाख पच्चीस हजार, कॉमर्स में 2 लाख पचास हजार के आसपास फीस है। वहीं स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा और इन्वायरमेंट देने के मकसद से स्मार्ट बोर्ड, एयर कंडीशनर क्लास रूम, रोटेट चेयर, वाईफाई फ्री कैंपस और अन्य सुविधाएं दी जाती है।कॉलेज के इंटरनेशनल कोलेब्रेशन के तहत स्टूडेंट्स कोर्स को फॉरेन की सिलेक्टेड यूनिवर्सिटी में भी आगे की पढ़ाई कर सकते है। वहीं कॉलेज में फैकल्टी का रिक्रूटमेंट सेंट्रली रूप से मुंबई से किया जाता है।