राजधानी दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास हुए धमाके की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे ही नए नए सुराग मिलते जा रहे है। इस पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और NIA मिलकर कर रही है। इस बीच एक बहुत ही चौकाने वाला खुलासा सामने आया है। दरअसल इस पूरे धमाके की जिम्मेदारी ‘जैश उल हिंद’ नाम के आतंकी संगठन ने ली है। हालंकि अभी यह बात साफ़ नई हुई है कि यह कौन सा संगठन है। इस संगठन के तार किस से जुड़े हुए है।
धमाके का ईरानी कनेक्शन
वहीँ शुरुआती जांच के अनुसार दिल्ली में दूतावास के बाहर धमाके का कनेक्शन ईरानी से सामने आ रहे है। घटनास्थल से पुलिस को एक लेटर प्राप्त हुआ था। इस लेटर में लिखा था कि ये तो सिर्फ एक ट्रेलर था। इसके साथ ही इस लेटर में दो ईरानियों की हत्या का भी जिक्र है। लेटर में लिखा हुआ है कि वो सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेंगे। इस लेटर में परमाणु वैज्ञानिक आर्देशिर की हत्या के बारे में भी लिखा हुआ है।
8 साल बाद राजधानी में धमाका
देश की राजधानी में 8 साल बाद धमाका हुआ है। दिल्ली में आखिरी धमाका 13 फरवरी 2012 को हुआ था। इस धमाके में राजनयिक को निशाना बनाया गया था। जिस में दूतावास के कर्मचारी समेत 4 लोग जख्मी हुए थे। और इसके पूर्व में 7 सितंबर 2011 को दिल्ली हाईकोर्ट के सामने धमाका हुआ था, जिसमें 11 लोगों की मौत हुई थी और 80 जख्मी हुए थे।