Ujjain। हर साल महाशिवरात्रि का त्यौहार (Mahashivaratri festival) उज्जैन में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है शिवरात्रि के साथ ही उज्जैन में विशेष शिवनवरात्रि भी मनाई जाती है इस साल महाशिवरात्रि पर्व 18 फरवरी को पड रहा है। जिसे देखते हुए उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर मंदिर में सुगम दर्शन की व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू हो गई है। जिला प्रशासन और श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति प्रशासन द्वारा शिवरात्रि में भक्तों को सुगमता से डार्हस्ना हो सके उसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। बुधवार को उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने अधिकारियों के साथ त्रिवेणी संग्रहालय की पार्किंग से लेकर चारधाम पार्किंग, नृसिंह घाट क्षेत्र, हरसिद्धि चौराहा, महाकाल लोक का भ्रमण कर व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए है।
शिवनवरात्रि की शुरुवात 10 फ़रवरी से
महाकाल मंदिर में 10 फरवरी से शिव नवरात्र की शुरुआत होगी। भगवान महाकाल दूल्हा बनेंगे और नौ दिन तक संध्या आरती में भगवान का नया व् अलौकिक शृंगार किया जयेगा। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर दिनभर भगवान का जलाभिषेक होगा। मध्य रात्रि महानिषाकाल में महाकाल की महापूजा होगी। 19 फरवरी को तड़के 4 बजे भगवान के शीश पर सवा मन फूल व फलों से बना सेहरा सजाया जाएगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे साल में एक बार दिन में होने वाली भस्म आरती होगी।
बेरिकेड लगाने के निर्देश
कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री गणेश पटेल को चारधाम पार्किंग एवं त्रिवेणी संग्रहालय से लेकर श्री महाकालेश्वर मंदिर तक के लिए विभिन्न स्थानों पर लगने वाले बैरिकेड्स तैयार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा है कि दर्शन के लिए तीन कतारें बनाएं। इस हिसाब से ही बैरिकेड की आवश्यकता का आकलन किया जाए।
6 लाख से ज्यादा शदालुओ के आने की संभावना
महाकाल लोक बनने के बाद से ही उज्जैन में आने वाले दर्शनाथिर्यों की संख्या में भी इजाफा हुआ है, महाकाल लोक देखने के लिए रोज औसतन 50 हज़ार श्रद्धालू उज्जैन पहोच रहे है, शनिवार रविवार में ये आकड़ा बढ़ कर 70 हज़ार से 1 लाख तक पहोच जाता है हाल ही में नए साल पर भी 6 लाख से ज्यादा जनता ने बाबा का आशीर्वाद प्राप्त किया ऐसे में महाशिवरात्रि जैसे बड़े पर्व पर उज्जैन में भक्तों का ताँता लगना निश्चित है, अब ऐसे में प्रशाशन को व्यवस्थाओ को लेकर कई तरह की सजगता बरतनी होगी।