कोरोना वायरस संक्रमण फिल्म जगत में भी काफी प्रभाव डाला है जिसके कारण कई मूवी बनते समय आधे में रुक गयी और कई तो शुरू होने से पहले ही बंद हो गयी। बड़े लम्बे अरसे बाद कोरोना से उबरते लंबित हुए 51वें भारतीय अंतर्राष्टीय फिल्म फेस्टिवल जिसका इंतजार सभी फैंस के साथ बॉलीवुड सितारों को भी था। इस फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत पंजिम, गोवा में हो चुकी है और इस कार्यक्रम में सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रकाश जावेड़कर ने ऐलान किया है कि सरकार इस फेस्टिवल से एक नया अवॉर्ड ‘इंडियन पर्सनालिटी ऑफ द ईयर’ शुरू कर रही है। यह अवार्ड अब हर साल फिल्म फेस्टिवल में चुनी गई एक हस्ती को दिया जाएगा।
जावड़ेकर ने इस फिल्म फेस्टिवल में पहले इंडियन पर्सनालिटी ऑफ ईयर पुरस्कार के विजेता के तौर पर विश्वजीत चटर्जी के नाम का ऐलान किया। बता दे की विश्वजीत चटर्जी बांग्ला सिनेमा के सुपरस्टार रहे हैं, और इन्होने हिंदी में भी कई हिट फिल्में दी हैं। विश्वजीत की फिल्मो में से कुछ नाम ये भी है बीस साल बाद, मेरे सनम जैसी फिल्मों से बॉलीवुड में भी विश्वजीत बहुत चमके थे। साथ ही बंगाली फिल्मों में वो हीरो, निर्देशक और गायक के रूप में भी काम कर चुके है। बंगाली सुपरस्टार होने के साथ ही उनकी अछि खासी फैन फोल्लोविंग भी है, और विश्वजीत चटर्जी लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी में शामिल भी हुए थे। ऐसे में बीजेपी की कोशिश रही है कि विधानसभा चुनावों के चन्द महीने पहले बंगाल के सारे वोटरों को एक संदेश जरूर देने की है।
51वें फ़िल्म फेस्टिवल में पार्टनर बनाकर बीजेपी ने दूसरा संदेश देने का काम पड़ोसी देश बांग्लादेश को दे दिया है और इसके उद्घटान समारोह में बांग्लादेश के हाई कमिश्नर की मौजूदगी भी साफ़ साफ दिख रही थी कि बंगाल और बांग्लादेश के बीच सीमाएं धीरे-धीरे दोस्ती में बदल रही हैं। साथ ही पड़ोसी देश, भारत के साथ मिलकर बांग्लादेश के मसीहा शेख मुजीब पर एक फ़िल्म भी बना रहा है, जिसका ऐलान खुद प्रधानमंत्री मोदी ने किया।
जावेड़कर ने फिल्म फेस्टवल में कहा है अगर फ़िल्मकार स्विट्ज़रलैंड भी जाते है तो उन्हें सिर्फ 7 या 8 लोकेशन मिलेंगे लेकिन हमारे देश में कम से कम 500 ऐसी लोकेशन हैं, जहां फिल्मों की शूटिंग हो सकती है। जवेदकर ने कार्यक्रम में लोगो को सम्बोधित करते हुए यह भी कहा है लिहाजा केंद्र सरकार ने देश के भीतर फिल्मों की शूटिंग को आसान बनाने की पहल शुरू की है। साथ ही ऐसे में सरकार ने फिल्मकारों को सहूलियत देने के लिए फिल्मी बाजार नाम से कार्यक्रम शुरू किया है। अपने भाषण के अंत में जावड़ेकर ने कहा, “हर साल केंद्र और गोवा सरकार फिल्म फेस्टिवल का आयोजन करती हैं, लिहाजा इस समारोह में प्राइवेट पार्टिसिपेशन का न्योता दे रहा हूं.”