देहरादून: उत्तराखंड बिजली विभाग ने अगले कुछ दिनों में बिजली की दर बढ़ाने का फैसला लिया है, जिससे किसानो और गरीब परिवारों को कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन उत्तराखंड के कॉमर्शियल और औद्योगिक कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए यह खबर काफी बुरी साबित हो सकती है क्योंकि केवल इन उपभोक्ताओ को बिजली की महंगी कीमत चुकाना पड़ेगी।अगले कुछ दिनों में बढ़ने वाली दरों में वर्तमान की तुलना में काफी अंतर् हो सकता है जो उद्द्योगपतियों के लिए चिंता का विषय बन सकती है।
उत्तराखंड बिजली विभाग के इस फैसले से उन उपभोक्ताओं पर बिजली बिल का ज्यादा भार नहीं पड़ेगा, जिनकी बिजली की खपत 100 यूनिट तक है जैसे आम परिवार और किसान इन सभी को इससे चौकने की कोई जरुरत नहीं है। उत्तराखंड ऊर्जा निगम ने विद्युत नियामक आयोग को जो प्रस्ताव भेजा है, उसके तहत घरेलू बिजली की दरों में 2 प्रतिशत से कम बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है। वहीं, कॉमर्शियल और औद्योगिक कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं पर महंगी बिजली का भार देने का प्रस्ताव है।
उत्तराखंड ऊर्जा निगम के बिजली दरों को लेकर नए प्रस्ताव की बात करे तो घरेलू बिजली की दर में जहां 1.99 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है, वहीं कॉमर्शियल दरों में 4.05 प्रतिशत, एलटी उद्योगों में 2.5 और उद्योगों की दरों में 5.13 प्रतिशत तक की वृद्धि का प्रस्ताव है। आपको बता दें कि प्रदेश में बिजली की दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पहले पिछले साल 30 नवंबर तक ही भेजा जाना था, लेकिन किसी कारणवश ऐसा न होने पर आयोग ने निगम से बिजली दर बढ़ोतरी का प्रस्ताव 31 दिसंबर तक भेजने को कहा था।31 दिसंबर को भी नहीं भेजने पर नियामक आयोग ने ऊर्जा निगम के लिए आखिरी तारीख 15 जनवरी तक बढ़ा दी थी।