वर्तमान युग आयुर्वेद का अमृत काल – आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे

Share on:

शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमीनार आज यहां संपन्न हुआ। समापन कार्यक्रम प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर कावरे (नानो) के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय का स्वर्ण जयंती एवं पूर्व छात्र मिलन समारोह भी आयोजित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयुष राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रामकिशोर कावरे (नानो) ने कहा कि वर्तमान समय आयुर्वेद का अमृत काल है आयुर्वेद प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर हो रही है। कोरोना के महा विपदा काल में आयुर्वेद ने अपनी महत्ता साबित की है। कोरोना काल में आयुर्वेद के चिकित्सकों ने भी अपनी जान की परवाह किए बगैर सेवा के उल्लेखनीय कार्य किए हैं। कोरोना काल में आयुर्वेद के प्रति नया विश्वास जागृत हुआ है । उन्होंने आयुर्वेद के चिकित्सकों से कहा कि वह इस विश्वास को आगे भी कायम रखें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। आधुनिक जरूरतों के मान से आयुर्वेद चिकित्सालय में सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। उन्होंने आयुर्वेद महाविद्यालयों में शोध केंद्रों की स्थापना की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि शोध केंद्र स्थापना के लिए राज्य शासन द्वारा पूरा सहयोग दिया जाएगा

उन्होंने कहा कि अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय ने आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रगति के नए आयाम तय किए हैं । इस महाविद्यालय में आयुर्वेद के प्रसार के क्षेत्र में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। इस महाविद्यालय को आगे बढ़ाने में पूरा सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने आज संपन्न हुए अंतरराष्ट्रीय सेमीनार के बारे में कहा कि यह सेमीनार आयुर्वेद के क्षेत्र में देश को आगे बढ़ाने का बड़ा माध्यम साबित होगा। उन्होंने उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने इस सेमीनार से आयुर्वेद के नए पहलूओं को सीखा होगा और वह अपने जीवन में कार्य रूप में परिणित करेंगे।

Also Read : सीएम शिवराज की बड़ी घोषणा, भू-माफियाओं से मुक्त करवाई भूमि पर गरीबों के लिये बनेंगे आवास

कार्यक्रम में डॉ. रघुराम भट्ट, डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. मुकुल पटेल, डॉ. आर.के. वाजपेई, डॉ. महेश व्यास, डॉ. महेश गुप्ता, डॉ. राजीव मिश्रा, डॉ. लोकेश जोशी, डॉ. सतीश चंद्र शर्मा, डॉ.ए. पी. एस. चौहान तथा डॉ. प्रदीप चौहान आदि मौजूद थे। कार्यक्रम में सेमीनार के दौरान आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं तथा प्रतिभावान विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।