समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कृषि कानूनों को लेकर धरने पर बैठे हुए किसानो का समर्थन करते हुए भाजपा पर अपना निशाना साधा है और कहां कि सरकार अगर धरने पर बैठे किसानो की बात नहीं सुन रही है तो कम से कम सुप्रीम कोर्ट के कहने पर कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए और उन्होंने बीजेपी को किसानों की आय दोगुनी करने का वादा याद दिलाया और कहा कि अगर किसान एमएसपी मांग रहे हैं तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह एमएसपी मिलना सुनिश्चित करे।
स्वामीविवेकानंद की जयंती पर अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला और भाजपा को सबसे झूठी पार्ट कहते हुए बोले कि सरकार को यह बताना चाहिए की गरीबो को मुफ्त में कोरोना वायरस की वैक्सीन कब तक लगेगी। हाल ही में अखिलेश ने अपने बयान में वैक्सीन को बीजेपी का बताकर नहीं लगवाने का ऐलान करने वाले अखिलेश ने नेताओं से वैक्सीन समय पर लगवा लेने की प्रधानमंत्री की अपील के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि मुझे इसका प्रोटोकॉल नहीं मालूम और सरकार को घेरते हुए सवाल किया की उन्हें वैक्सीन के लिए कितना बजट मिला है।
विवेकानंद जयंती पर
अखिलेश यादव ने स्वामी विवेकानंद के दिखाये गए रास्तो से भी भाजपा पर वार करते हुए कहां कि आज देश भर में स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जा रही है और जो रास्ता उन्होंने दिखाया था हम सभी को उस रस्ते पर चलना चाहिए और संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि भारत की धरती पर धर्म बहुत है लेकिन यहां के लोगों को जरूरत है रोटी की और रोजगार की उनकी जयंती के दिन सबसे बड़ा संकल्प यही होगा कि जो भी सरकार बने वह रोजी-रोटी दे और रोजगार कैसे मिले इस दिशा में काम करना होगा।
अखिलेश ने औवेसी पर भी साधा निशाना
अखिलेश ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर आरोप लगाया था कि पिछली सरकार ने उन्हें यूपी नहीं आने दिया और कहा कि उस समय में राजनीति में था भी नहीं तब से समाजवादियों का रिश्ता आजमगढ़ से रहा है। नेताजी मुलायम सिंह यादव से लेकर समाजवादियों के साथ आजमगढ़ की जनता हमेशा खड़ी रही है और गौरतलब है कि 2022 के चुनाव में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर चुके ओवैसी कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ गए हैं।