नितिनमोहन शर्मा
अब इन्दौर तैयार रहे एक और गणगौर घाट जैसे आंदोलन के लिए। इस बार ये घाट दौलतगंज में तलाशा गया है। शुद्ध संवेदनशील इलाका। पहले वाला बम्बई बाज़ार में था। वो भी घनघोर संवेदनशील क्षेत्र था। आंदोलन वहां सफल रहा और न केवल गणगौर घाट के सब मन्दिर अतिक्रमण मुक्त हुए बल्कि घाट के अगल बगल की बस्तियां भी हटा दी गई। धोबी घाट तो सुरक्षित हुआ ही, नए पूल के साथ इलाके को एक वैकल्पिक मार्ग भी मिला।
अब ऐसा ही मूवमेंट बीच शहर के दौलतगंज में शुरू होने वाला है।
यहां सरकारी स्कूल के पास बना एक प्राचीन शिवालय चिन्हित किया गया है। शिवालय के भग्नावशेष बताते है कि ये होलकरयुगीन है और परमारकालीन वास्तुशिल्प के मुताबिक बना है। यानी प्राचीन देवालय लेकिन पुरातत्व विभाग के अधीन नही। न अब तक पुरातत्व विभाग में इसकी सुध ली, न जिला प्रशासन ने ओर न नगर निगम ने। राजनीति के रिकॉर्ड में भी ये गुमनाम ही रहा। अब चर्चा में है। राजनीति के भी ओर जिला प्रशासन के लिए भी।
भगवा ब्रिगेड ने इसके जीर्णोद्धार का काम हाथ मे ले लिया है।
ब्रिगेड ने 21 नवम्बर को इस जीर्ण शीर्ण शिवालय में महाआरती की घोषणा कर दी है। इसके लिए दौलतगंज ही नही, उसके अगल बगल की बस्ती मोहल्लों में बैठकों के दौर शुरू हो गए है। आंदोलन की अगुवाई वे ही चेहरे कर रहे हैं, जो गणगौर घाट आंदोलन के अगुवाकर ही नही रहे, बल्कि उस आंदोलन को अंजाम तक पहुँचाया भी। इससे साफ है कि इस पूरे अभियान को आरएसएस का बेक सपोर्ट मिला हुआ है।
राजनीति भी सक्रिय हो गई है। शिवालय दौलतगंज में है जो अल्पसंख्यक वोटर्स के लिहाज से भाजपा के लिए हमेशा ” नेक टू नेक” मुकाबले वाली विधानसभा 3 और वार्ड 60, झोन 11 का हिस्सा है। स्थानीय विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इस मसले पर मैदान पकड़ लिया है। विजयवर्गीय ने नगर निगम को पत्र भी लिख दिया जिसमें शिवालय के आसपास से अतिक्रमण हटाने को कहा गया है।
अब सबकी नजर 21 नवंबर पर है और उस दौलतगंज पर है जहां शहर की एकमात्र हिन्दू मुस्लिम एकता पंचायत काम कर रही है। वो भी बीते 30 बरस से। 1989 के साम्प्रदायिक विद्वेष के बाद इस पंचायत का गठन हुआ था। उसके बाद से इस संवेदनशील क्षेत्र में सब कुछ ” एकता पंचायत ” के हिसाब से ही चल रहा है। तंग गलियों वाले इस इलाके में दोनो समुदाय का साथ आपस मे गुत्थमगुत्था जैसा है। परस्पर एक दूजे में गूंथे हुए। नतीजतन एकता पंचायत का गठन यहां कामयाब रहा। शिवालय जीर्णोद्धार आंदोलन ने अब पंचायत के समक्ष भी एक नई चुनोती पैदा कर दी है।
लगातार करेंगे हम महाआरती – मंच
दौलतगंज स्तिथ प्राचीन शिव मंदिर पर हिन्दू जागरण मंच महाआरती की शुरुआत कर रहा है। ये कहना है मंच प्रान्त अधिकारी संजय भाटिया का। मंच के कन्नू मिश्रा, धीरज यादव और जगदीश खत्री का कहना है कि महाआरती एक दिन होकर नही रुकेगी। ये अब नियमित होगी। जब तक मन्दिर का अस्तित्व वापस नही लौटता। मंच का कहना है कि वार्ड 60 के दौलतगंज का ये प्राचीन शिव मंदिर अतिक्रमण कर ढक दिया गया था। मंच की जिला रामेश्वरम इकाई 21 नवम्बर सोमवार को शाम 7 बजे यहां भव्य आरती करेगा। मंदिर को अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ-साथ समाज को भी मन्दिर से जोड़ा जाएगा ताकि लगातार आस्था के केंद्र पर समाज का आनाजाना लगा रहे ताकि भविष्य में फिर से मंदिर पर अतिक्रमण नहीं हो।
विजयवर्गीय ने निगमायुक्त को अतिक्रमण हटाने को कहा
इलाके के विधायक आकाश विजयवर्गीय ने भी हिन्दू जागरण मंच के सुर में सुर मिला लिए। उन्होंने निगमायुक्त प्रतिभा पाल को पत्र लिखकर मन्दिर के आसपास के अतिक्रमण हटाने को कहा है। इसके लिए मंडल महामंत्री सुमीत पिपले का हवाला देते हुए निगमायुक्त से अतिक्रमण का परीक्षण कराने का भी आग्रह किया गया है। ये पत्र विधायक विजयवर्गीय के जनसंपर्क अधिकारी दीपक कदम के जरिये निगम पहुँचाया गया है। विजयवर्गीय को आमतौर पर शांत और सौम्य माना जाता है। अब भगवा वाहिनी के इस आंदोलन में उनकी क्या भूमिका रहने वाली है, ये कुछ समय मे सामने आ जायेगा।