उत्तर भारत के मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। जहां एक ओर तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही हो तो वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश ने भी ठंडक बढ़ा दी है। उधर, दक्षिण भारत में अब भी बारिश का कहर जारी है। कई राज्यों में बारिश की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ़बारी की संभावना
मौसम विभाग ने बताया है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में 13 और 14 नवंबर को बर्फबारी और बारिश देखने को मिल सकती है। वहीं निचले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है और तापमान में गिरावट आ सकता है। देहरादून में भी बीते कुछ दिनों से मौसम में ठंड बढ़ गई है। सुबह शाम पाला गिरने से भी अत्यधिक ठंड का एहसास होने लगा है। पहाड़ों में बर्फबारी का असर दून में भी नजर आ रहा है।
राजधानी दिल्ली में कल बारिश की संभावना
दिल्ली से सटे हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर हल्की बरसात होने की संभावना है। अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है और उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इसके अलावा, 16 नवंबर के आसपास दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और पड़ोस के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसकी वजह से 15 और 16 नवंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
समुद्र तटीय इलाकों में गरज के साथ बारिश
आईएमडी का अलर्ट है कि एंटी साइक्लोन की वजह से मौसम का मिजाज बदला है और अभी हालात सुधरने के संकेत नहीं है। आईएमडी ने मछुआरों को समुद्र तट के आस-पास न जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, चेन्नई में आज गरज के साथ बारिश बनी रहेगी। बता दें कि पिछले दिनों से हो रही बारिश के चलते कई दिनों तक स्कूल भी बंद रहे।
उत्तर प्रदेश में कोहरे के साथ ठण्ड बढ़ी
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों बाद प्रदेशभर में ठंड बढ़ने की संभावना है। प्रयागराज व आसपास के जिलों में आगामी दिनों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में कमी आएगी। वातावरण में नमी की मात्रा कम होने के साथ ही पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई देगा। चार दिनों के बाद 17 नवंबर से कोहरे और धुंध के संकेत है। पश्चिम दिशा से हवा चल रही है। हवा में नमी अधिक है, इससे ठंड बढ़ रही है। आगामी तीन से पांच दिनों तक पश्चिमी हवा चलेगी और ठंड बढ़ जाएगी।
मध्य प्रदेश में होने लगा हलकी ठण्ड का एहसास
मध्यप्रदेश में ठंडक के एहसास बढ़ने लगे हैं कुछ हिस्सों में बारिश होने के बाद तापमान में गिरावट आई है। वहीं मध्यप्रदेश में नौगांव को सबसे ठंडा रिकॉर्ड किया गया है यहां तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि रायसेन उमरिया ग्वालियर दतिया पचमढ़ी खरगोन में भी न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस पहुंचा है। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। वहीं इंदौर में 17 जबलपुर में 14 और ग्वालियर में 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
बिहार के मौसम में आ रहा तेजी से बदलाव
बिहार में मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है. दिन में जहां गर्मी का एहसास हो रहा वहीं रात में तापमान में गिरावट होने से सिहरन महसूस हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो पछुआ और उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह सतह से 1.5 मीटर उपर तक बना हुआ है जिसकी गति लगभग 8 से 10 किमी प्रति घंटे की है और इसी के कारण अचानक ठंड में बढ़ोतरी होने लगी है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा और न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट होगी।
IMD के अनुसार, कल, 14 नवंबर, 2022 को एक चक्रवाती सर्कुलेशन मध्य पाकिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बनने की संभावना है। इसके चलते 13 और 14 नवंबर को जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश में गरज और बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इसके अलावा उत्तराखंड में अलग-अलग जगह पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है।