उत्तर प्रदेश में एक बड़ा ट्रेन हादसा हो गया है। इस दुघर्टना में 29 मालगाड़ी के डब्बे पटरी से नीचे उतर गए है। गनीमत रही कि यह सवारी गाड़ी नहीं थी अन्यथा जानमाल का नुकसान हो सकता था। हादसे में मालगाड़ी के 29 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। हादसे के कारण 20 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई हैं। फिलहाल रेलवे की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। अभी तक रेल मार्ग बहाल नहीं हो पाया है। हादसे के कारणों का भी अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। रेलवे हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटा है।
हादसे के बाद मचा हड़कम
मिली जानकारी के मुताबिक, मालगाड़ी के डिरेल होने की घटना रविवार को दोपहर में (कानपुर-प्रयागराज खंड) रामवा स्टेशन पर हुई। यहां एक मालगाड़ी के 29 डिब्बे पटरी से उतर गए। ट्रेन के पटरी से उतरते ही वहां हड़कंप मच गया। स्थानीय रेलवे कर्मचारियों ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। उसके बाद तत्काल विभाग के कर्मचारी और टैक्नीशियन मौके पर पहुंचे और राहत कार्य के शुरू किया। हादसा बड़ा होने के कारण इस मार्ग पर ट्रेन यातायत रोक दिया गया। इससे करीब 20 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
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एक और हुआ हादसा
दूसरी तरफ राजस्थान में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। राजस्थान के हनुमानगढ़ में रविवार को दोपहर में एक सवारी गाड़ी का इंजन दो बार डिब्बों को छोड़कर आगे निकल गया। जानकारी के अनुसार वहां श्रीगंगानगर-सादुलपुर रेलगाड़ी के इंजन का हुक हनुमानगढ़ जिले में दो बार खुल गया और दोनों ही बार ही इंजन डिब्बों को छोड़कर करीब 2 किलोमीटर आगे तक निकल गया। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। लेकिन रेलवे कर्मचारियों ने हालात का संभाल लिया। उसके बाद ट्रेन को वहां से रवाना किया गया।
इंजन डिब्बों को छोड़कर गया आगे निकल
रेल यात्रियों के अनुसार पहली घटना हनुमानगढ़ के शेरेकां गांव के पास हुई। दूसरी बार तलवाड़ा झील के पास भी इंजन डिब्बों को छोड़कर आगे निकल गया। करीब 30 किलोमीटर के अंदर दो बार इंजन का हुक खुलने से रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही सामने आ गई। गनीमत यह रही किसी रेल यात्री को कोई चोट नहीं आई। रेल इंजन का दो बार हूक खुलने से यह ट्रेन करीब 2 घंटे लेट हो गई। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।