देश में चल रहे किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए लगातार हो रही बैठक में किसी प्रकार का नतीजा सामने नहीं आ रहा है। वैसे तो 8वें दौर की बैठक में किसान और सरकार के बीच 2 मुद्दे पर चर्चा होनी थी, यह पूरी बैठक सिर्फ कृषि कानून में सिमित कर बेनतीजा साबित हो गई। लंच के पहले और बाद में किसान सिर्फ कृषि कानून के वापसी पर अड़े रहे। दोनों पक्षों में सिर्फ कृषि कानून पर ही बहस होती रही, इस बैठक में एमएसपी पर चर्चा ही नहीं हो पाई।
सरकार के साथ हुई इस बैठक के बाद पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सुखविंदर सिंह सभरा का कहना है कि, ‘सरकार की नीयत में खोट है। 8 जनवरी को 8वें दौर की बात होगी. बातचीत में कुछ निकलता दिखाई नहीं दे रहा। सरकार एक कदम भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. उनका कहना है कि कानून फायदेमंद हैं। PM खुद बैठक कर कानूनों को निरस्त करने की बात करें। ‘
“कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं”
किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार से हुई बैठक के बाद कहा, ‘आठ जनवरी को सरकार के साथ फिर से मुलाकात होगी। तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने पर और MSP दोनों मुद्दों पर 8 तारीख को फिर से बात होगी।हमने बता दिया है कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं।’