अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलेगा समर्पण अभियान

Akanksha
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अयोध्या। श्री राममंदिर निधि समर्पण समिति के प्रदेश मंत्री राजेश ने विचारी की प्रेसवार्ता। उन्होंने प्रेसवार्ता में बताया कि, 15 जनवरी से 27 फरवरी तक श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान 2020 अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए देशभर के प्रत्येक राम भरू का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता पूज्य संतों वह शेष समाज के लोगों के साथ घर-घर जाएंगे ।

वही, श्री रामजन्मभूमि मोदर निधि सतर्पण अभियान की घोषणा करते हुए विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र मंत्री राजेश तिवारी ने कहा कि, आगामी मकर संगति 15 जनवरी से माघ पूर्णिमा 27 फरवरी तक चलने वाले इस सपन अभियान में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता देश के 2 लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर श्री राम जन्मभूमि से सीधे जोडकर राम का प्रचार करेंगे। देश को हर जाति मत पंथ, संप्रदाय क्षेत्र भाषा के लोगों के सहयोग के साथ राम मंदिर वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर का रूप लेगा।

इस दौरान असंख्य राम भक्तों के संघर्ष बलियान को नमन करते हुए हर एक राम भक्त से इस राम-काज के लिए बनाकर आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि, इसके लिए हमें सिर्फ निधिदानी ही नहीं अपितु समयथालो भी चाहिए। बता दे कि, क्षेत्र मंत्री ने आज इस प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि को पुनः प्राप्त कर देश के सम्मान को रक्षा के लिए हिंदू समाज ने पांच सदियों तक संघर्ष किया अंतत समाज की भावनाओं तथा मंदिर से जुकी इतिहास को सच्चाईयों को सर्वोच्च अदालत ने स्पीफार फर भारत सरकार को एक न्यास बनाने का निर्देश दिया। सरकार ने भी रामजन्मभूनि तीर्थ क्षेत्र के नाम से न्याय की घोषणा की। प्रधानमंत्री महोदय ने 5 अगस्त को अयोध्या में भूमि पूजन करके मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया को गति प्रदान की।

उन्होंने आगे बताया कि, मंदिर के निर्माण की तैयारी चल रही है। मुंबई दिल्ली. चेन्नई तथा गुवाहाटी के आई आई टी सी बी आर टी रुड़की, लार्सन एण्ड दयूबों तथा टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियर मंदिर की मजबूत नींव के ड्राइंग पर परामर्श कर रहे हैं। बहुत शौच नोंद का प्रारूप सामने आ जायेगा । संपूर्ण मंदिर पत्थरों का है प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट लंबाई 380 फीट तथा चौडाई 235 फीट है। उन्होंने कहा कि, देश की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाईयों से अवगत कराने की योजना बनी है। देश की कम से कम आधी जनसंख्या को घर-घर जाकर श्री रामजन्मभूमि की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा काश्मीर से कन्याकुमारी तथा कच्छ से अरुणांचल तक देश का कोई कोना नहीं छोड़ेंगे ।

मंत्री राजेश तिवारी ने नागालैंड अण्डमान निकोबार तथा पर्वतीय क्षेत्रों तक का संपूर्ण भारत में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता घर-घर पहुंचकर साहित्य देंगे तथा उनका सहयोग लेंगे। लोगों की प्रबल इच्छा है कि, भगवान को जन्मभूमि पर मंदिर शिघ बने। उन्होंने आगे कहा कि, जनसंपर्क अभियान से लाखों कार्यकर्ता जुटेंगे तथा समाज स्वेच्छा से सहयोग करेगा क्योंकि फाम भगवान का है व मंदिर भी राम का है। भगवान के कार्य में धन बाधा नहीं हो सकता । आर्थिक विषय में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए न्यास ने 10 रू 100 रू तथा 1000 रु. के कूपन तथा रसीदें छापी है। समाज जैसा देगा उसी के अनुरूप कार्यकर्ता कूपन या रसीद देंगें।

साथ ही उन्होंने कहा कि, करोड़ों घरों में भगवान का चित्र भी पहुंचायेंगे। प्रांत में निधि समर्पण अभियान हेतु 12500 गाय, 7112 मोहल्लों, 40 लाख हिंदू परिवारों तथा 2 करोड़ लोगों से निधि समर्पण हेतु संपर्क किया जाएगा। इन टोलियों के सुघारू संचालन हेतु प्रांत, विभाग, जिला, खंड मंडल, बस्ती के माध्यम से मोहल्ला ग्राम की अभियान समितियों तक संपर्क स्थापित किया गया है।

इस प्रेसवार्ता में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र प्रदेश उपाध्यक्ष कांतिभाई पटेल, विश्व हिंदू परिषद, मालवा प्रांत के प्रति मंत्री और श्री रामजन्मभूमि निधि समर्पण अभियान के प्रांत प्रमुख सोहन विश्वकर्मा विनय पिंगले भी उपस्थित थे।