इंदौर शहर के मुक्तिधामों की दिशा बदलने की शुरुआत करने वाले प्रेम बाहेती का आज देवलोकगमन हो गया। वो लम्बे समय से बीमार चल रहे थे, कुछ समय पूर्व वो कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिस के बाद उनके शरीर के बहुत अंगो ने काम करना बंद कर दिया था। हालंकि बाद में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी। वो बीते 7 दिन से जुपिटर विशेष हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर थे।
इंदौर शहर के समस्त मुक्तिधामों के विकास में प्रेम बाहेती ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने पंचकुइया मुक्तिधाम के विकास कार्य के बाद, शहर के अन्य मुक्तिधामों का भी विकास करवाया। कोरोना काल के समय इस मुक्तिधाम में अभी अनेक शवों को का अंतिम संस्कार हुआ लेकिन संक्रमण के दर से कई शवों की अस्थियां लेने भी उनके परिजन नहीं आए।
प्रेम बाहेती ने ऐसी अस्थियों का व्यवस्थित रखने का काम किया और उन्होंने यह योजना बनाई थी की इन सभी अस्तियों का सामूहिक संस्कार खेड़ी घाट पर जाकर किया। लेकिन इस पहले ही उनकी मृत्यु हो गई है। उनके इस असमय अवसान से समाज को क्षति हुई है।