कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सियासी उथल-पुथल लगातार जारी है. बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस यानी कि TMC को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं. बंगाल में बीते कई दिनों से एक के बाद एक टीएमसी के विधायक इस्तीफे दे रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 19 और 20 दिसंबर को बंगाल का दो दिवसीय दौरा किया. इस दो दिवसीय दौरे के पहले दिन 19 दिसंबर को उन्होंने मिदनापुर में एक रैली की और इस रैली के दौरान मंच पर अमित शाह की मौजूदगी में टीएमसी के 11 विधायकों एक सांसद और एक पूर्व सांसद ने भाजपा का दमन थाम लिया. जबकि सोमवार को भाजपा के लिए एक बुरी ख़बर आई है.
बंगाल से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल खान ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया. इससे बेशक भाजपा को झटका लगा है, लेकिन इसके साथ ही सौमित्र और सुजाता के रिश्तों में भी दरार पैदा हो गई है. भाजपा सांसद सौमित्र खान ने पत्नी के टीएमसी में शामिल होने के कारण उन्हें तलाक देने का ऐलान किया है.
पत्नी को तलाक का नोटिस भेजेंगे सौमित्र…
सौमित्र खान पत्नी के टीएमसी में जाने के फैसले से काफी नाराज और निराश है. वे पत्नी को तलाक का नोटिस देने का मन बना चुके हैं. ख़बर यह भी आई है कि, सुजाता के टीएमसी में शामिल होते ही सुजाता के घर की सुरक्षा में लगे जवानों को भी हटा दिया गया है. ऐसी खबरें भी सामने आ रही है कि, सौमित्र और सुजाता के बीच बीते कई दिनों से विवाद चल रहा है.
टीएमसी से पहले सुजाता भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा थी. तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि, वहां केवल अवसरवादियों को जगह मिल रही है. उन्होंने बताया कि, मैंने भाजपा और मेरे पति के लिए लड़ाई लड़ी थी. भाजपा से टिकट भी मिला और लोकसभा तक भी पहुंचे.
सुजाता मंडल ने कहा कि, मैं एक तपशील जनजाति से आने वाली दलित महिला हूं. बंगाल में हम भाजपा एके साथ उस वक्त खड़े थे, जब हमें पता भी नहीं था कि वे 2 से 18 सीटें पार्टी बंगाल में जीत जाएगी. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा कि, भाजपा आने मेरा सम्मान नहीं किया. मुझे अब भी ऐस लगता है कि, मैं एक लड़ाई लड़ रही हूं.