लंदन। रविवार को ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमण की दर बढ़ने को लेकर पाबंदियों के साथ लॉकडाउन लागू किया गया है। इसी कड़ी में लाखों लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर हो गए हैं। साथ ही गैर-जरूरी वस्तुओं की दुकानें और प्रतिष्ठान भी बंद कर दिए गए हैं। माना जा रहा है कि कोरोना वायरस का नया प्रकार देश में संक्रमण को तेजी से फैलाने के लिए जिम्मेदार है।
वही शनिवार शाम को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने नए सख्त प्रतिबंधों के बाबत घोषणा की थी। जिसके चलते पांच दिवसीय प्रस्तावित ‘क्रिसमस बबल’ कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया गया है। हालांकि पहले क्रिसमस के कार्यक्रम के लिए प्रतिबंधों में ढील देने का निर्णय लिया गया था लेकिन अब जॉनसन ने प्रतिबंधों को और सख्त करने का फैसला किया गया है।
शनिवार को जॉनसन ने कहा कि, राजधानी और दक्षिणी इंग्लैंड के कई इलाके प्रतिबंधों की तीसरे श्रेणी के तहत आते हैं, जो काफी सख्त प्रतिबंध है न्होंने कहा कि, अब इन्हें और सख्त करते हुए चौथे चरण के प्रतिबंध लागू किए जाएंगे धानमंत्री ने कहा कि, ”ऐसा लगता है कि कोरोना वायरस के नए प्रकार के कारण संक्रमण का प्रसार बेहद तेजी से हो रहा है’
उन्होंने आगे कहा कि, चौथे चरण के तहत, लोगों को अपने घर के बाहर किसी भी अन्य व्यक्ति से मिलने-जुलने पर रोक रहेगी। यह रोक क्रिसमस के दौरान भी लागू रहेगी। साथ ही जिन क्षेत्रों में हल्के प्रतिबंध लागू हैं, वहां भी क्रिसमस के दौरान केवल 25 दिसंबर के दिन तीन परिवारों को एकत्र होने की छूट रहेगी। हालांकि, यह छूट अब पांच दिन के लिए नहीं होगी।
वही, इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रोफेसर क्रिस विट्टी ने कहा कि, “हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन को सतर्क किया है और वायरस के नए प्रकार के बारे में और समझने के लिए उपलब्ध जानकारी का अध्ययन कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि, “वर्तमान में इस बात को साबित करने वाला कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है कि वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है।”